इस ज्योतिषाचार्य ने प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा चुनाव को लेकर की बड़ी भविष्यवाणी

लोकसभा चुनाव टल सकते हैं। यह दावा किया है जयपुर के ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश शर्मा ने। उन्होंने दावा किया है भारत युद्ध परिस्थितियों की ओर बढ़ रहा है। एक निजी कार्यक्रम के लिए वह देहरादून पहुंचे थे।इस ज्योतिषाचार्य ने प्रधानमंत्री मोदी और लोकसभा चुनाव को लेकर की बड़ी भविष्यवाणी

पंडित सतीश शर्मा का दावा है कि भारत की कुंडली में इस समय बहुत कठिन अंतर्दशाएं चल रही हैं। चंद्रमा की महादशा में अष्टमेश गुरु की अंतर्दशा व बुध का प्रत्यंतर चल रहा है। गुरु अष्टमेष होकर छठे भाव में बैठे हैं। और भारत सरकार को बहुत खर्चा कराना चाहते हैं। इस समय मंगल मेष राशि में हैं और उनका षड्बल बहुत अच्छा चल रहा है। भारत की जन्म पत्रिका के बारहवें भाव में मंगल हैं और आठवें भाव में शनि और शुक्र हैं। मेदिनी ज्योतिष के अनुसार गुरु, सूर्य, बुध और नेप्चून एक दूसरे के केंद्र प्रभाव में हैं। उधर मंगल के साथ यूरेनस है और शनि के साथ प्लूटो हैं और यह सब मिलकर हिंसा का दृश्य उत्पन्न कर रहे हैं।

कहा कि अप्रत्यक्ष हिंसा बहुत होगी। दो देशों के बीच घात-प्रतिघात चलेंगे और युद्ध जैसी परिस्थितियां बनेंगी। क्योंकि गुरु भारत की चंद्र लग्न से पांचवें हैं। अत: भाग्यबल प्रदान करेंगे और जन्म लग्न से गुरु गोचरवश सप्तम भाव में हैं इसलिए कूटनीति के क्षेत्र में भारत अत्यधिक कौशल का परिचय देगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वृश्चिक लग्न के हैं। और उनको भाग्य के स्वामी चंद्रमा की महादशा चल रही है। उनकी कुंडली में चंद्रमा नीच राशि में हैं और यह कुंडली नीच भंग राजयोग के श्रेष्ठ उदाहरणों में से एक है। इस समय न केवल देश के कई मंत्रियों को चंद्रमा से नीच भंग राजयोग हैं। बल्कि भारतीय जनता पार्टी की स्वयं की मिथुन लग्न की कुंडली में छठे भाव में चीन राशि के चंद्रमा हैं, नीच भंग राजयोग है और पार्टी का भाग्य देखिए कि 19 अक्टूबर 2018 से भाजपा को चंद्रमा की महादशा शुरु हुई है। जो कि नीच भंग राजयोग वाली महादशा है। यह महादशा 10 वर्ष तक चलेगी।

प्रधानमंत्री मोदी की दशांश कुंडली में मेष राशि दशम भाव में है। जिनमें इन दिनों मंगल भ्रमण कर रहे हैं। जिस तरह से देश भर में युद्धोन्माद है ओर मीडिया को भी युद्ध का बुखार चढ़ा हुआ है। ग्रह नक्षत्र कहते हैं कि प्रधानमंत्री कुछ अलग ढंग से सोच रहे हैं। पंडित सतीश शर्मा का दावा है कि हमने मई 2016 की ज्योतिष पत्रिका में भविष्यवाणी की थी कि 2019 में बलूचिस्तान और सिंध में शासन के विरुद्ध भयंकर असंतोष उत्पन्न हो जाएगा। तथा आगे चलकर वह स्वतंत्र हो जाएंगे। यह बात हमने मार्च 2018 में पुन: ज्योतिष मंथन में प्रकाशित की थी। फरवरी 2019 के अंक में हमने भविष्वाणी की थी कि जब-जब शनि व गुरु एक साथ वक्री होते हैं तब-तब ऐतिहासिक घटनाएं और युद्ध परिस्थितियां जन्म लेती हैं।

यह परिस्थितियां पुन: जन्म ले रही हैं। क्योंकि गुरु 11 अप्रैल से और शनि 30 अप्रैल 2019 वक्री होने जा रहे हैं और कोई महीनों तक एक साथ वक्री रहेंगे। न केवल यह बल्कि बाद में 8 जुलाई को थोड़े दिन के लिए बुध वक्री होंगे। चूंकि गुरु और शनि कम से कम अगस्त तक एक साथ वक्री रहेंगे। इसलिए ऐतिहासिक घटनाओं को जन्म दे रहे हैं। पंडित सतीश शर्मा ने ज्योतिषशास्त्र के अनुसार निम्न भविष्यवाणियां की हैं। उनका दावा है कि देश युद्ध परिस्थितियों की ओर बढ़ सकता है। लेकिन युद्ध रोकने के लिए विश्व शक्तियां दबाव डाल सकती हैं। पाकिस्तान के खिलाफ छद्म युद्ध व अन्य ऐसी गतिविधियां भी संचालित हो सकती हैं। जो कि युद्ध से कम नहीं होगा। सिंध और बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग करने के लिए सभी कौशल प्रयोग में लाए जा सकते हैं। वहां विद्रोह भी कराए जा सकते हैं। ऐसी कोशिश पाक अधिकृत कश्मीर में भी की जा सकती है। जन-धन की काफी हानी हो सकती है। हिंसक गतिविधियां महीनों तक जारी रह सकती हैं। पाकिस्तान में आगे चलकर जनता सत्ता के विरुद्ध हो सकती है और आतंकवादियों के विरुद्ध कार्यवाहियां अमल में लाई जा सकती हैं। इस समय देश में लोकसभा चुनाव नहीं होंगे और उनकी तारीखें आगे खिसकाई जा सकती हैं।

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