‘आप’ ने कांग्रेस से गठबंधन पर किया इंकार, तो विश्वास ने ली चुटकी…
January 19, 2019
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आम आदमी पार्टी के एक बयान पर उनके ही एक सहयोगी ने तीखा तंज कसा है। बात उस बयान की है जो शुक्रवार को गोपाल राय ने दिया था कि पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। पार्टी राष्ट्रहित में कांग्रेस के साथ चुनाव लड़ने को तैयार तो थी लेकिन कांग्रेस के लिए उसका अहंकार सर्वोपरि है। गोपाल राय ने शुक्रवार को यह साफ किया था कि आम आदमी पार्टी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से अकेले ही चुनाव लड़ेगी उसकी कांग्रेस से गठजोड़ की कोई संभावना नहीं है। गोपाल राय के इसी बयान पर आम आदमी पार्टी के नेता और कवि कुमार विश्वास ने हुल्लड़ मुरादाबादी की कविता से तंज कसा है।
कुमार विश्वास ने गोपाल राय के बयान वाला आम आदमी पार्टी का ट्वीट रीट्वीट करते हुए कविता लिखी- तुम हो उल्लू ये जताने की ज़रूरत क्या थी ? आइना ख़ुद को दिखाने की ज़रूरत क्या थी ? चोर जो चुप ही लगा जाता तो वो कम पिटता, बाप का नाम बताने की ज़रूरत क्या थी ?
वहीं मीडिया से बात करते हुए आप दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने बताया कि नीतिगत स्तर पर आप का कांग्रेस से हमेशा से विरोध रहा है। लेकिन केंद्र सरकार की मौजूदा तानाशाही से जिस तरह से संवैधानिक संस्थाओं पर संकट आ खड़ा हुआ है, आप कांग्रेस के साथ समझौता करने पर राजी हो गयी थी। आप से सुहानुभूति रखने वाले दलों ने भी कांग्रेस से गठबंधन की सलाह दी थी। कोशिश यही थी कि भाजपा विरोधी मतों का बंटवारा न हो। गोपाल राय के मुताबिक, बावजूद इसके कांग्रेस घमंड में डूबी हुई है। कांग्रेस के लिए देश सर्वोपरि नहीं है। जिस प्रकार के बयान कांग्रेस के पंजाब मुख्यमंत्री केप्टन अमरिंदर सिंह और दिल्ली की नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित के आप विरोधी बयान आए हैं, उसे देखते हुयमे आप ने तय किया है कि पार्टी दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ेगी।
शीला दीक्षित पर आप का सीधा हमला आप के वरिष्ठ नेता व उत्तर पूर्वी दिल्ली लोक सभा प्रभारी दिलीप पांडेय का कहना है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद मिलने के बाद ही शीला दीक्षित ने बिजली कंपनियों के लिए लॉबिंग शुरू कर दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में बिजली पानी महंगा करने के लिये कांग्रेस साजिश कर रही है। बिजली कंपनियों और पानी माफिया से शीला दीक्षित का गठजोड़ है।
वह बिजली कंपनियों व पानी माफिया को सीधा लाभ पहुंचाना चाहती है। इसका प्रमाण अध्यक्ष बनने के बाद का उनका एक इंटरव्यू है, जिसमें वह कहती हैं कि दिल्ली में सस्ती बिजली और पानी मुफ्त देना नामुमकिन है।