अरुण जेटली ने अमेरिकी वित्त मंत्री के समक्ष H-1B वीजा मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया

वाशिंगटन : अमेरिका में एच-1बी वीजा नियम को और सख्त बनाने से वहां रह रहे भारतवासियों की चिंता को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन मनुचिन के सामने शनिवार को पुरजोर तरीके से उठाया. जेटली ने स्टीवन को उच्च कौशल वाले भारतीय पेशेवरों की अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित किया.

मिस्र और अमेरिका का लाल सागर में संयुक्त नौसैनिक अभ्यास शुरूउल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा कार्यक्रम से जुड़े नियमों को कड़ा करने के आदेश पर पिछले हफ्ते ही हस्ताक्षर किए हैं. इसका उद्देश्य एच-1बी वीजा के दुरुपयोग को रोकना और यह सुनिश्चित करना है कि अमेरिका में अपेक्षाकृत ज्यादा कुशल कामगारों को ही प्रवेश मिले. अमेरिका के इस निर्णय से वहां रह रहे पेशेवर भारतीयों की नौकरी खतरे में पड़ गई है.जबकि उनका अमेरिका में बेहतरीन योगदान है. इन्ही समस्याओं और इनसे अमेरिका में पड़ने वाले प्रभावों को जेटली ने स्टीवन के समक्ष रखा.

वहीं दूसरी ओर वर्ल्ड बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की विकास समिति की संयुक्त बैठक में जेटली ने शनिवार को ‌वर्ल्ड बैंक को विकासशील और संक्रमण के दौर से गुजर रहे देशों (डीटीसी) के बढ़ रहे प्रभाव के अनुरूप सिलेक्टिव कैपिटल इनक्रीज (एससीआई) के संबंध में फैसला लेने और जनरल कैपिटल इनक्रीज (जीसीआई) के द्वारा वार्षिक कर्ज में वृद्धि करने की जरूरत पर बल दिया.

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