अब इंजीनियर‍िंग कोर्सों में भी मेडिकल की तर्ज पर दाखिले की जा रही तैयारी….

अब इंजीनियर‍िंग कोर्सों में भी मेडिकल की तर्ज पर दाखिले की तैयारी की जा रही है। अलग-अलग परीक्षा के बजाय सरकार सभी इंजीनियर‍िंग संस्थाओं के लिए संयुक्त परीक्षा कराए जाने पर विचार कर रही है। दरअसल, इंजीनियर‍िंग में दाखिले के लिए राज्यों द्वारा अपनी-अपनी परीक्षाएं आयोजित कराई जाती हैं।

उत्तर प्रदेश में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) की ओर से आयोजित राज्य प्रवेश परीक्षा (एसईई) के माध्यम से दाखिला प्रक्रिया कराई जाती है। अब व्यवस्था को एकरूपता देने के मकसद से प्रदेश स्थित इंजीनियर‍िंग संस्थानों में यूपीएसईई के बजाय जेईई मेन से कराए जाने की दिशा में कदम बढ़ चुका है। शासन स्तर पर एकेटीयू में इसे लेकर बैठकों का दौर भी शुरू हो चुका है। गुरुवार को एकेटीयू में इसी मुद्दे को लेकर प्रमुख सचिव राधा एस. चौहान की अध्यक्षता में बैठक हुई।

बैठक में एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, समेत दो अन्य कुलपति भी मौजूद रहे। बैठक के बाद अधिकारियों का कहना था कि अभी यह प्रक्रिया प्रारंभिक चरण में है। इसी पर मंथन को लेकर बैठक की गई थी और जल्द ही हम इस मसले पर फिर बात करेंगे। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय स्तर पर परीक्षा होने से छात्र भी एक निर्धारित लक्ष्य के साथ परीक्षा में शामिल होंगे और अच्छा परफार्म करेंगे।

एनट ए करा रहा जेईई मेन

देश भर के आइआइटी, ट्रिपल आइटी संस्थानों में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई मेंस) को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा कराया जा रहा है।

प्रमुख सचिव, प्राविधिक राधा एस. चौहान ने बताया क‍ि अभी इस दिशा में विचार किया जा रहा है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अधिकारियों ने इस संबंध में चर्चा की गई। एकेटीयू व निजी कॉलेजों के भी विचार लिए गए। सभी का विश्लेषण किया जाएगा। उसी अनुसार अगली बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा।

Back to top button