अगर आपको फिट रहना है तो प्रीबायोटिक्स का सेवन भी कीजिये
प्रीबायोटिक्स ऐसे गैर पचने योग्य कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो आपकी आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बनाते हैं , जो पाचन स्वास्थ्य, बेहतर प्रतिरक्षा, से जुड़े हुए हैं। क्योंकि प्रीबायोटिक्स प्रोबायोटिक्स के विकास में सहायता करते हैं इसलिए अच्छे स्वास्थ्य के लिए इनका अधिक सेवन करना अच्छा होता है. एक अध्ययन में प्रीबायोटिक्स वाले उच्च भोजन और कोलोरेक्टल कैंसर के विकास के कम जोखिम के बीच लिंक पाया गया। प्रीबॉयटिक्स कैल्शियम अवशोषण में वृद्धि करते हैं और हड्डी के घनत्व में सुधार कर सकते हैं. आप शायद पहले से ही कुछ प्रीबीोटिक खाद्य पदार्थ खा रहे हों क्योंकि आप उन्हें पसंद करते हैं। लेकिन आपको नियमित आधार पर प्रीबायोटिक्स का सेवन करना चाहिए। आपको कुछ प्रीबायोटिक्स के बारे में जानकारी देते हैं जिनका सेवन आपके लिए काफी लाभदायक साबित होगा।
केला प्रीबायोटिक्स का काफी अच्छा विकल्प है और बहुत सारे लोग इसे खाना भी पसंद करते हैं। अगर आप अतिरिक्त प्रीबायोटिक्स चाहते हैं तो आपको ऐसा केला खाना चाहिए जी पूरी तरह से पका हुआ न हो. आप चेहरे तो इसका शेक बना कर पी सकते हैं और इसके साथ कुछ और फ्रूट्स भी जोड़ सकते हैं.
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लहसुन भी बहुत अच्छा प्रीबॉयटिक्स है और सबसे अच्छी बात यह है कि हम में से अधिकतर लोग इसका रोज सेवन करते हैं. लेकिन ज्यादा फायदा पाने के लिए इसे कच्चा खाने की सलाह दी जाती है. अब आप चाहे इसे पीस कर सलाद में डाले या फिर ऐसे ही पानी के साथ इसे ले यह आपकी मर्जी है.
शतावरी को कच्चा खाना भी बहुत फायदेमंद होता है. यदि आपको कच्चा शतावरी स्वादिष्ट नहीं लगता है तो आप इसे थोड़ा सा बॉईल करके भी खा सकते हैं। प्रीबियोटिक्स को कच्चा खाने की बात इसलिते की जाती है क्यूंकि जैसा आप जानते है कि किसी भी चीज को पकाने के बाद उसमे से बहुत सारा पोषक तत्व चला जाता है.