

वर्णनीय है कि इससे पहले 16 सितंबर को सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को नाश्ते पर बुलाया था। सीएम खट्टर ने साधारण नाश्ता किया जबकि सीएम बादल ने बाजरे की खिचड़ी का आनंद लिया था। इस बैठक में भी पंजाब-हरियाणा से सम्बंधित कई विवादित मुद्दों पर भी चर्चा हुई थी।
गुरुवार को भी सीएम आवास पर हुई बैठक में हरियाणा के कई मंत्री मौजूद रहे। मुख्यमंत्री खट्टर और सुखबीर सिंह बादल के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। हरियाणा और पंजाब के बीच जल बंटवारे से लेकर लंबे समय से विवाद है। राजधानी चंडीगढ़ का मामला हो या फिर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का विवाद और एसवाइएल नहर के निर्माण का मसला, दोनों राज्यों के बीच अक्सर विवाद पैदा होता रहा है। ऐसे में दोनों की मुलाकात हरियाणा और पंजाब की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इन पहलुओं पर हुई चर्चा
दोनों राज्यों में विकास को बढ़ावा देने के लिए साथ मिलकर उठाएंगे कदम।
सीमवर्ती इलाकों में असामाजिक तत्वों पर नकेल कसी जाएगी।
किसान और कृषि के विकास के क्षेत्र में विकास की तरफ अग्रसर होंगे।
पानी के मुद्दे पर हालांकि बीते दिनों दोनों प्रदेशों के सीमए बात कर चुके हैं, लेकिन हल्की चर्चा एसवाईएल पर भी हुई।