सुशांत मामले में बड़ा खुलासा, सुसाइड के बाद महेश भट्ट-रिया के बीच…

सुशांत मामले में उस समय टर्निंग प्वाइंट आ गया जब रिया चक्रवर्ती और महेश भट्ट की वाट्सएप चैट वायरल हो गई. एक ऐसी चैट जिसने ये साफ कर दिया कि रिया ने खुद ही सुशांत को छोड़ा था.

गुरुवार को सामने आई चैट से ये समझ आया था कि रिया ने महेश भट्ट से मदद मांगी थी और उन्हीं की सलाह पर सुशांत को छोड़ जिदंगी में आगे बढ़ने का फैसला लिया था.

अब शुक्रवार को महेश और रिया के बीच एक और चैट सामने आई है. इस चैट को देख ये समझा जा सकता है कि रिया चक्रवर्ती थोड़ा परेशान थीं और महेश उनकी हिम्मत बढ़ाने की कोशिश करते थे.

चैट में दिख रहा है कि महेश भट्ट लगातार रिया के साथ मोटिवेशन इमेज और कोट शेयर किया करते थे. जिंदगी से लेकर अकलेपन तक, हर मुद्दे पर महेश भट्ट, रिया को खूब सारा ज्ञान दे रहे थे.

एक मैसेज में महेश, रिया को कह रहे हैं- तुमने जो किया है वो बहुत हिम्मत का काम है. अब पीछे मुड़कर मत देखना. वहीं रिया भी जवाब में कह रही हैं कि वे उनकी शुक्रगुजार हैं.

वहीं एक और मैसेज में महेश रिया को बता रहे हैं कि कई बार जिंदगी में कुछ कदम पीछे लेना ही फायदेमंद रहता है. वे लिखते हैं- अगर कभी सच्चाई को जानना हो तो हमेशा एक कदम पीछे हट जाओ, फिर एक और कदम हटो और फिर कुछ और.

वहीं रिया भी महेश भट्ट के इन मैसेजेस पर रिएक्ट करती हैं. वो लिखती हैं- कितनी सच्ची बात है, मैं अपने विजन को वापस पाता देख रही हूं.

सिर्फ यही नहीं एक ऐसा भी मैसेज किया गया है जहां रिया यहां तक कह रही हैं कि वो महेश भट्ट के इन मैसेजेस की वजह काफी खुश हैं. उन्हें इन मैसेजेस के जरिए खूब सारी एनर्जी मिलती है.

महेश भट्ट ने रिया को अकेलेपन का महत्व बताते हुए लिखा है- अगर कभी भी अपने अंदर की क्रिएटिविटी को जानना है और खुद को पहचानना है तो अकेले रहना जरूरी है. वहीं महेश ने यहां तक कहा है कि फीलिंग तो आसमान में दिख रहे बादलों की तरह है जिनका आना-जाना लगा रहता है.

अब हैरानी की बात ये है कि यारे मैजेस तब किए गए हैं जब रिया ने सुशांत को छोड़ दिया था. महेश और रिया के बीच ये बातचीत 8 जून के बाद हुई है.

इन मैसेज को देख ये भी समझ आ रहा है कि रिया को संभालने के लिए ही महेश ऐसे मैसेज लगातार उनके साथ शेयर कर रहे थे. सिर्फ यही नहीं कुछ मौकों पर वो उन से फोन पर बात करने तक को कह रहे थे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button