सुबह ‘ऊँ’ के जाप करने से दूर हो जायेंगे आपके सारे कष्ट, जानिए महत्व
हमारे शास्त्रों में ऊँ को संपूर्ण ब्रह्मांड का प्रतीक माना जाता है। ऊँ का उच्चारण करने से आसापास सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है। ऊँ के बारे में कई जानकारों का कहना है कि ऊँ को प्रथम ध्वनि माना जाता है। ऊँ को ब्रह्मांड की आवाज भी कहा जाता है क्योंकि ब्रह्मांड के अस्तित्व में आने से पहले जो प्राकृतिक ध्वनि थी, वो थी ऊँ की गूंज।
ये होते है जबरदस्त फायदे:
इसके जाप से कई शारीरिक लाभ मिलते हैं। ऊँ एक पवित्र ध्वनि ही नहीं बल्कि अनंत शक्ति का प्रतीक भी है। कहा जाता है कि ऊँ का जाप करने से साधकों का अपने उद्देश्य की प्राप्ति होती है।
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इसका जाप करने से तनाव दूर हो जाता है। इसके लगातार जाप करने से पाचन शक्ति तेज होती है। अगर आप कोई काम करते हुए थक गए हैं तो ऊँ का जाप करे लें, इससे थकान दूर हो जाती है।
ऊँ का जाप करने से घबराहट दूर होती है। लगातार जाप करने से शरीर निरंतर शांति से भर जाता है। ऊँ का जाप हमारे शरीर में कंपन उत्पन्न करता है।