सीओ हत्याकांड में राजा भैया पाक-साफ नहीं

प्रतापगढ़। समाजवादी पार्टी की सरकार में बहुबली कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह ऊर्फ राजा भैया फिर कुंडा कांड में घिर गए है। कुंडा सीओ जियाउल हक हत्याकांड में राजा भैया समेत 14 लोगों को अदालत ने तलब किया है। इस मामले की अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को होनी है।
सीबीआई की विशेष अदालत में मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने यह आदेश जारी किया है। सीओ जियाउल हक की करीब तीन साल पहले हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच सीबीआई के हवाले की गई थी।
फिर खतरे में मंत्री पद
कोर्ट के आदेश पर अगर राजा भैया सरेंडर करते हैं तो उनके जेल जाने की संभावना है। ऐसे में उनका मंत्री पद फिर खतरे में आ सकता है। इससे पहले भी इसी मामले में राजा भैया को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। हालांकि बाद में सीबीआई ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी और वापस पद भी मिल गया था।
क्या है मामला
कुंडा में 2013 को तीन मर्डर हुए थे। पहली हत्या वलीपुर के प्रधान की हुई थी। बाद में सीओ जिआउल हक के साथ प्रधान के भाई की भी हत्या हो गई थी। सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि दोनों की हाथापाई के दौरान मौत हो गई थी। लेकिन वादी पवन ने सीबीआई रिपोर्ट को चुनौती देते हुए गलत बताया था।