सिर्फ 6 देशों के सांसदों को भारतीय सांसदों से कम मिलता है वेतन

indiatvf4b7f9_parliamentई दिल्ली (27 सितंबर) :केंद्र सरकार ने सांसदों के वेतन और भत्ते तय करने के लिए तीन सदस्यीय पैनल के गठन का सुझाव दिया है। सरकार ने ये सुझाव उन मांगों को देखते हुए कहा है जिनमें कहा गया था कि सांसदों को खुद ही अपने वेतन और भत्ते तय करने का अधिकार नहीं होना चाहिए।

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्रालय ने स्वतंत्र तीन सदस्यीय पैनल गठित करने का सुझाव दिया है। ये प्रस्ताव उस एजेंडा नोट का हिस्सा है जिसे अगले हफ्ते विशाखापट्टनम में होने वाले दो दिवसीय आल इंडिया व्हिप्स कॉन्फ्रेंस के लिए तैयार किया गया है।

नोट के मुताबिक पैनल के गठन से सुनिश्चित किया जा सकेगा कि सांसदों के वेतन वृद्धि संबंधी सिफारिशें निष्पक्ष, और पारदर्शी ढंग से की जाएं। इसके लिए सांसदों के वेतन और भत्ते संबंधी अधिनियम 1954 को संशोधित किया जाएगा।

संविधान के अनुच्छेद 106 के मुताबिक सांसदों का वेतन 1954 के एक एक्ट से तय होता है। जिसे समय समय पर संशोधित किया जाता रहा है। आखिरी बार सांसदों के वेतन में वृद्धि 2010 में यूपीए-2 के कार्यकाल में हुई थी। मौजूदा समय में सांसदों को मूल वेतन के तौर पर प्रति माह 50000 रुपये मिलते हैं। राज्य विधानमंडलों के सदस्यों का वेतन संविधान के अनुच्छेद 195 के अनुसार तय होता है।

अगर दुनिया के विकासशील और विकसित 37.देशों के सांसदों के वेतन का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो टयूनीशिया में हर सासद को सबसे कम यानी 7,952 रुपये प्रति माह वेतन ही मिलता है। वहीं इस्राइल के सांसदों को सबसे अधिक यानी 6,16,675 रुपये वेतन प्रति माह मिलता है। सिर्फ ट्यूनीशिया, वेनेज़ुएला, श्रीलंका, नेपाल, हैती और पनामा के सांसद ही भारतीय सांसदों की तुलना में कम वेतन पा रहे हैं।से

भारतीय सांसद को क्या क्या मिलता है?

भारत में हर सांसद को 50,000 रुपये वेतन के अलावा संसद की बैठक के दिनों में हाज़िरी के हिसाब से प्रतिदिन 2000 रुपये भत्ता मिलता है। सांसद को प्रति माह संसदीय क्षेत्र भत्ते के तौर पर 45,000 रुपये मिलते हैं। इसके अलावा 15,000 रुपये स्टेशनरी और 30,000 रुपये असिस्टेंस स्टाफ रखने के लिए मिलते हैं। सांसद मुफ्त आवास,हवाई यात्रा, ट्रेन यात्रा के हक़दार होते हैं। हर सांसद को तीन लैंडलाइन और दो मोबाइल फोन मिलते हैं। सांसद को वाहन खरीदने के लिए चार लाख रुपये का ऋण भी मिलता है।

 
 
 
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