सर्दियों में और भी खूबसूरत हो जाती हैं ये वादियों, बर्फबारी का मजा लेने के लिए जरुर जाए घूमने

कश्मीर में भी कुदरत का कूल अटैल जारी है, श्रीनगर में एक डिग्री का टॉर्चर है, तो लेह में माइनस 12 डिग्री तक पारा लुढ़क चुका है. सनासर, पटनीटॉप, बटोटे और कई अन्य इलाके भीषण बर्फबारी की चपेट में हैं. वहां सड़कों पर बर्फ की मोटी परत जम चुकी है. तमाम इलाके सफेद चादर से ढके हुए हैं.

आलम ये है कि बाजारों में सन्नाटा पसरा है. वहां के रहने वाले लोगों को इस बर्फबारी के दौर से संकट का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के लिए ये उत्साह का मौका है.

हिमाचल प्रदेश का पर्यटक स्थल डलहौजी भी बर्फबारी की चपेट में है. वहां लगातार हो रही बर्फबारी की वजह से सफेद चादर बिछ गई है. डायनकुंड इलाके में तो करीब 4 फीट तक बर्फ की मोटी परत जमी हुई है. डलहौज़ी नगर में भी दो फ़ीट से ज्यादा बर्फ़बारी हो चुकी है. आलम ये है कि तापमान भी शून्य के नीचे पहुंच गया है. पारा गिरने की वजह से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि इस बर्फबारी से स्थानीय कारोबारियों के चेहरे पर खुशी ला दी है.

हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी से जिंदगी फ्रीज हैं, तो उत्तराखंड में कुदरत का कूल अटैक जारी है. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि अगले 48 घंटे बारिश और बर्फबारी का डबल अटैक होगा. उत्तराखंड के यमुनाघाटी में आसमान से बरसी आफत के चलते सड़कों पर कई फुट ऊंची बर्फ जमा हो गई, जो जहां था वहीं फंस गया. नेशनल हाईवे से बर्फ हटाने का काम जारी है, लेकिन रूक-रूक कर हो रही बर्फबारी की वजह से चक्का जाम है. ऐसा ही हाल उत्तराखंड के ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों का है.

पहाड़ों पर बर्फबारी का असल मैदानी इलाकों में दिख रहा है, शीतलहर के चलते तापमान तेजी से गिर रहा है. भीषण ठंड के चलते लोग गर्म कपड़ों और अलाव का सहारा ले रहे हैं. ठंड को देखते हुए जिलाधिकारी ने सभी नगरपालिकाओं को जगह-जगह अलाव जलाने और रैनबसेरों को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं.

वहीं टिहरी जिले के घनसाली के ऊपरी हिस्से में जबरदस्त हिमपात जारी है. बर्फबारी के बावजूद जगदी माता का मेला लगा. मेले में स्थानीय लोगों ने बर्फबारी का लुत्फ उठाया. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक जनवरी पूरी तरह जमा देने वाली होगी.

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