सर्जिकल स्ट्राइक पर भारत के साथ खुलकर आया रूस…

नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र के पी-5 देशों में शामिल रूस द्वारा पिछले दिनों भारत द्वारा पीओके में की गई कार्रवाई का समर्थन करने से भारत की स्थिति और मजबूत हो गई है. बता दें कि भारत में रूस के राजदूत एलेक्जेंडर एम. कडाकिन ने सोमवार को कहा कि ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन तब होता है जब आतंकी आर्मी या बेकसूर लोगों पर हमले करते हैं. हम भारत की सर्जिकल स्ट्राइक का स्वागत करते हैं. हर देश को आत्म रक्षा का हक है.rush

सबसे खास बात यह है कि रूस के राजदूत एलेक्जेंडर ने लगभग स्पष्ट ही कह दिया कि उड़ी में आर्मी कैंप पर हमला करने वाले आतंकी पाकिस्तान से ही आए थे. इतना ही नहीं कडाकिन ने पाकिस्तान को सीमा रेखा पर फौरन आतंकी कार्रवाई पर रोक लगाने को भी कहा. पाकिस्तान को रूस ने यह सलाह भी दी कि वह अपनी देश की सेना का उपयोग भारत के खिलाफ आतंकी हमलों में न करे. पाक-रूस संयुक्त सेना अभ्यास  पर फिर अपने देश का रुख स्पष्ट करते हुए  कहा कि भारत को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये अभ्यास पीओके से लगे किसी हिस्से में नहीं किया गया. बता दें कि रूस ने सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी भारत की कार्रवाई का समर्थन किया था.

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र परिषद के पांच स्थाई सदस्यों को प-5 देश कहा जाता है. इस समूह के बाकी चार देशों अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और फ्रांस ने अब तक सर्जिकल स्ट्राइक शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है. रूस भी पी. 5 देशों में शामिल है. यह पहला देश है, जिसने भारत द्वारा पीओके में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का खुले तौर पर समर्थन किया है. रूस के इस समर्थन का दूरगामी प्रभाव पड़ेगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button