लॉक डाउन के बीच देश के इस हिस्से में उड़ी अफवाह, सब कुछ भूल सड़को पर उतरे लोग…

लॉक डाउन के बाद से लगातार अफवाहों का बाजार गर्म है. कभी सोशल मीडिया तो कभी मोबाइल पर आने वाले संदेशों की वजह से रोज एक नई अफवाह उड़ती है. इससे निपटना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गुरुवार सुबह लोगों के फोन पर एक मैसेज आया जिसमें लिखा था कि सरकार द्वारा दिए जाने वाला राशन और आर्थिक सहायता का लाभ लेने के लिए सभी को कुछ जरूरी दस्तावेज लेकर नगर निगम के दफ्तर आना है. फिर क्या था लॉक डाउन के बावजूद 600-700 लोग निगम के दफ्तर पहुंच गए.

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि गरीब परिवारों के लिए 1000 रुपये और मुफ्त राशन दिया जाएगा. जिला प्रशासन ऐसे मजदूरों का डाटा जुटाने में लग गया जिनके बैंक खाते में यह राशि दी जाएगी. बुधवार को अलीगढ़ के डीएम चंद्र भूषण सिंह ने पार्षदों के साथ मीटिंग कर उनको इससे संबंधित रिकॉर्ड जुटाने के लिए कहा था. लेकिन आज सुबह से ही डीएम आवास के बाहर और नगर निगम कार्यालय के बाहर काफी तादाद में महिलाओं और पुरुषों की भीड़ इकट्ठा होना शुरू हो गई.

लोगों का कहना था कि हमें नगर निगम के दफ्तर पर 1000 रुपये और राशन मिलने की जानकारी दी गई है. इसलिए हम लोग यहां इकट्ठा हुए हैं. लोग काफी देर तक निगम कार्यालय के बाहर खड़े रहे. बाद में पुलिस ने काफी देर तक लोगों को समझाया कि यह अफवाह है. आप लोग यहां से चले जाएं. पैसे आपके खाते में आएंगे बावजूद इसके लोग हटने को तैयार नहीं हुए. उनका कहना था कि लॉक डाउन की वजह से हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन कर दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से 21 दिनों तक घर में ही रहने की अपील की है. इस संकट की घड़ी में दिहाड़ी मजदूरों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है. वहीं पूरे मामले पर अलीगढ़ नगर निगम के आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल का कहना है कि यह एक तरह का मिस कम्युनिकेशन है. हमारी पार्षदों और जिला प्रशासन के साथ मीटिंग हुई थी जिसमें पार्षदों के माध्यम से हम रिकॉर्ड जमा कर रहे हैं.
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