रामायण काल के रोचक इतिहास से जुड़े हैं नासिक के ये मंदिर

इस बार की छुट्टियों में अगर आप महाराष्ट्र की ओर जाने और धार्मिक यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं तो नासिक जाएं। ये शहर धार्मिक स्थलों से भरा है, जहां का इतिहास रामायण काल से जाना जाता है। जानिए यहां कौन सी जगहें घूम सकते हैं।
इस शहर के नाम को लेकर कहा जाता है कि यहां लक्ष्मण जी ने रावण की बहन शूपनखा की नाक काटी थी इसीलिए इस जगह का नाम नासिक पड़ गया। रामकुंड नासिक के प्रमुख मंदिरों में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि यह वही कुंड है जहां पर श्रीराम ने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया था। इसीलिए इसे रामकुंड का नाम दिया गया। मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने वाले की सभी मुरादें पूरी होती हैं।
सोमेश्वर मंदिर गोदावरी के तट पर बसा है। ये भगवन शंकर का मंदिर है। यहां मंदिर के चारो ओर हरियाली ही हरियाली देखने को मिलती है।
सप्तश्रृंगी मंदिर को शक्तिपीठ के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता है कि यहां पर मां सती की दाहिना हाथ गिरा था।देवी की मूर्ति के बारे में मान्यता है कि यह स्वयं ही प्रकट हुई थी। बता दें कि यहां वासंतिक नवरात्र में मेला लगता है।