राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने नदियों को प्रदूषित होने से बचाने के लिए लोगों को दिया ये बड़ा संदेश

द्वितीय गंगा यात्रा की शुरुआत सोमवार को बलिया जिले के दूबेछपरा से हुई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री महेंद्र पांडेय, प्रदेश के आधा दर्जन मंत्रियों के साथ हजारों लोगों की भीड़ पूरे उत्साह के साथ थी। इस अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम की शुरुआत बकायदा मंत्रोच्चार के साथ गंगा पूजन कर किया गया। राज्यपाल ने गंगा पूजन के बाद मां गंगा की भव्य आरती में प्रतिभाग किया। शंखनाद के साथ आरती की शुरुआत हुई। आरती के बाद राज्यपाल समेत सभी अतिथि मंच पर पहुंचे।

सौभाग्य है कि यहां हैं नदियां ही नदियां

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने जिले के क्रांतिकारियों को याद करते हुए अपने सम्बोधन की शुरुआत की। कहा, यह धरती क्रांतिकारियों की धरती है। यहां आकर काफी खुशी होती है। उन्होंने कहा कि गंगा किनारे बसने वाले लोग खुशनसीब हैं। हमारे गुजरात में मात्र एक नदी है, लेकिन यहां नदियां ही नदियां हैं। यह सौभाग्य की बात है। मानव जीवन बचाने के लिए इन नदियों को प्रदूषित होने से बचाना पड़ेगा। सोचिए, पीने का पानी हम नदी से लेते है और गंदगी भी नदी में डालते हैं। लोगों ने नदियों के साथ उपजाऊ भूमि को भी केमिकलयुक्त बना दिया। कारखानों का केमिकलयुक्त पानी नदी में बहने देते हैं। इसका दुष्परिणाम हुआ कि गम्भीर बीमारियां फैलने लगी, उपजाऊ भूमि का क्षरण होने लगा। बावजूद इसके हमने इसके पीछे के कारणों के बारे में नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर विचार किया और नदियों को बचाने के लिए कदम बढ़ाया। गुजरात में मुख्यमंत्री रहते उन्होंने कारखानों के गन्दे जल को शुद्ध करके नदी में जाने के लिए एसटीपी प्लांट लगवाया और वहां नर्मदा नदी एकदम साफ-सुथरी नदी हो गई। अब मोदी ने गंगा को साफ करने का संकल्प लिया है।

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नदियां, जीव जंतु भी हमारे परिवार का हिस्सा, इन्हें बचाएं

राज्यपाल ने कहा कि हम पूरे विश्व को परिवार मानते हैं। हमारे पेड़-पौधे, नदियां, जीव-जंतु आदि उसी परिवार का हिस्सा हैं। सबको बचाने से ही हमारा जीवन बचेगा। पेड़-पौधे काटने से ज्यादा जरूरी अधिक से अधिक पौधे लगाना है। उन्होंने पीएम मोदी व सीएम योगी को गंगा बचाने की इस पहल को शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया। राज्य सरकार किनारे के गांवों में समुचित विकास, शुद्ध पानी की उपलब्धता, गंगा उद्यान, खेल मैदान सहित हर प्रकार की सुविधाओं के लिए ततपरता से काम रही है। अस्पतालों की स्थिति में सुधार औऱ जनकल्याण से जुड़े कार्य भी इस अभियान से जोड़ा गया है।

पेड़-पौधे लगाने व सफाई की अपील

राज्यपाल ने अपने सम्बोधन के माध्यम से हर एक व्यक्ति से आवाह्न किया कि अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं, ताकि शुद्ध हवा आपको मिले। अपने आसपास के माहौल को साफ सुथरा रखेंगे तो उसका लाभ आपको ही मिलेगा। गम्भीर बीमारियों से बचाव हो सकेगा।

राष्ट्रगान व शंखनाद के बाद शुरू हुई जनसभा

जनसभा मंच पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सभी अतिथियों के साथ पहुंचते ही राष्ट्रगान का गायन हुआ। फिर शंखनाद के बाद अतिथियों का सम्बोधन शुरू हुआ।

सड़क व जल दोनों रास्ते से निकली यात्रा

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मचं से गंगा यात्रा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी व प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास राज्यमंत्री गिरीश यादव गंगा यात्रा रथ पर सवार होकर सड़क मार्ग से आगे बढ़े। जबकि जल मार्ग से केंद्रीय मंत्री महेंद्र पांडेय व जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह यात्रा पर निकले।

 

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