राजस्थान के नागौर सीट पर भाजपा उम्मीदवार को लेकर असमंजस बरकरार

जयपुर: राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस ने 19 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं. अब 14 सीटों पर आमने-सामने के मुकाबले की स्थिति साफ भी हो गई है. लेकिन अभी भी बीजेपी में कुछ सीटों के प्रत्याशियों के चयन के लिए भारी पेचीदगी बनी हुई है. बताया जा रहा है कि नागौर सीट के सांसद को दूबारा टिकट देने के लेकर अब तक गतिरोध बना हुआ है. राजस्थान के नागौर सीट पर भाजपा उम्मीदवार को लेकर असमंजस बरकरार

बता दें, नागौर के सांसद सीआर चौधरी मोदी सरकार में राज्य मन्त्री भी हैं. उनकी खास बात यह है कि मन्त्री विपक्ष ने कई दफे सार्टिफिकेट दे दिया है. लेकिन बीजेपी को अभी भी सीआर चौधरी पर पूरी तरह भरोसा नहीं है. टिकट की घोषणा नहीं होने के कारण चौधरी के समर्थकों की चिंता बढ़ रही है. आपको बता दें कि, राज्य में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी कर दी है.

राज्य विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता और बीजेपी कोर कमेटी के सदस्य राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि कई बार केन्द्रीय नेताओं को किसी सीट के बारे में जरूरी विमर्श करना होता है. जिसमें ज्यादा समय लग जाता है.

वहीं, स्थानीय बीजेपी नेता ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि नागौर से या किसी दूसरी सीट से टिकट घोषित नहीं किया गया तो इसका मतलब यह कतई नहीं है कि टिकिट काट दिया है. उम्मीदवार बनाने के लिए पार्टी नेतृत्व कई प्रक्रियाओं के दौर से गुजरती है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी को टिकट नहीं भी मिलता है तो यह तो नहीं माना जा सकता कि वह व्यक्ति निकृष्ट या अयोग्य है.

वैसे, बीजेपी आलाकमान ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान चूरू, नागौर और राजसमन्द सीट को लेकर काफी मंथन किया था. जिस कारण चूरू के प्रत्याशी का ऐलान दूसरी लिस्ट में हुआ, जबकि नागौर और राजसमन्द के नाम पर अभी तक सस्पेन्स बरकरार है.

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