ये चीजें होती है सेहत के लिए बहुत लाभदायक, जानिए कैसे…

मिर्च, नमक, हल्दी, धनिया, जीरा, राई के अलावा अजवाइन, दालचीनी, पुदीना, मीठा नीम पत्ता और तुलसी आदि कई सारी चीजे रोगों पर सीधे प्रभाव दिखाते हैं।ये चीजें होती है सेहत के लिए बहुत लाभदायक, जानिए कैसे...

पुदीना

पुदीना में रोसमारिनिक एसिड उपस्थित होता है, साथ ही ऑक्सीडेंट एलर्जी को मिटाता है। नहाने के पानी में पुदीने की पत्तियां डालकर स्नान करने से तनाव दूर होता है। पुदीना मुंह के बैक्टीरिया को नष्ट करता है, साथ ही साथ दांतों की उम्र बढ़ाता और जीभ साफ होती है। यह ब्लड प्यूरीफाई भी करता है। इससे महिलाओं को मासिक धर्म के समय होने वाले दर्द से राहत मिलती है। पुदीने में कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन सी, डी, ई और विटामिन डी होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के काम भी करते हैं। अरोमाथैरेपी में तनाव घटाने व मस्तिष्क को स्फूर्ति देने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसमें उपस्थित फायटो कैमिकल कई किस्म के कैंसर के खतरे को काम करता है।

इस्तेमाल : पुदीने की चटनी बनाकर, रायते, सूप या सलाद के साथ खाने में ले सकते हैं। साथ ही इसे जूस या जलजीरे में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। पुदीने से चावल या पुलाव का स्वाद बढ़ा सकते हैं।

मीठा नीम

जर्नल ऑफ प्लांट फूड्स फॉर न्यूट्रीशन के एक अध्ययन के अनुसार मीठा नीम ब्लड शुगर का लेवल घटाता है। जो लोग अपना वजन घटना चाहते है वो भी इसका इस्तमाल कर सकते है, इसे कढ़ी पत्ता भी कहते हैं।

इस्तेमाल : दस्त होने पर शहद के साथ मीठा नीम खाने से आराम मिलता है। खाने में इस्तेमाल करने से यह पाचन प्रक्रिया को सही बनाये रखता है। पुलाव, सब्जी या सांभर आदि में इन्हें डाल सकते हैं, इसके पत्तों को पीसकर माथे पर लगाने से सिरदर्द में आराम मिलता है।

अजवाइन

अजवाइन में थायमोल रसायन उपस्थित होता है जो पाचन शक्ति को बढ़ाता है। साथ ही यह खांसी, कफ और पेट संबंधी रोगों में काफी फायदेमंद होती है।

इस्तेमाल : अजवाइन को उबालकर पीने या इसे पान के पत्ते में लपेटकर चबाने से अपच की समस्या दूर होती है। अजवाइन बच्चेदानी को भी साफ करती हैै। गुड़ के साथ अजवाइन की टॉफी बनाएं और चबाएं, कफ से जमी रुकावट खुल जाएगी। इसके अनेको लाभ होने के साथ ही अस्थमा रोगी के लिए यह लाभप्रद है। पतले कपड़े में बंधी अजवाइन को सूंघने से सिरदर्द दूर होता है। इसके रस में दो चुटकी काला नमक मिलाकर लें और बाद में गर्म पानी पी लें, खांसी में आराम मिलेगा, इसको खाने से मुंंह से आने वाली दुर्गंध दूर होती है। अजवाइन डालकर आप परांठें या पुड़ी बनाते है तो इससे भूख खुलती है। अजवाइन को भूनकर पीस लें और इससे सप्ताह में दो-तीन बार दांत साफ करें, जिससे दांत मजबूत और चमकदार होंगे। अगर दांतों में दर्द हो रहा है तो अजवाइन को पानी में उबालकर पानी को गुनगुना करके गरारे करें, दांत दर्द में आराम मिलेगा।

तुलसी

तुलसी के अनेको फायदे है तुलसी में तनावमुक्ति की क्षमता है। तनाव में रहने वालो को रोजाना 3-4 तुलसी के पत्ते चबाने चाहिए। तुलसी रक्त से यूरिक एसिड का स्तर घटा देती है जो किडनी स्टोन का मुख्य कारण है। तुलसी के रस को शहद के साथ छह माह तक रोज पीने से किडनी में मौजूद स्टोन गलता है। तुलसी में मौजूद तत्व ट्यूमर की ओर पहुंचने वाले रक्त को रोक लेते हैं जिससे ब्रेस्ट व मुंह के कैंसर को बढ़ने से रोकता है। तुलसी के पत्ते साथ रखें और स्मोकिंग की चाह हो तो इन्हें चबा लें।

इस्तेमाल : चाय में भी तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक कप चाय में इसकी तीन से चार पत्तियों का प्रयोग कर सकते हैं। इसके साथ ही अगर दांतों में कीड़ा लग गया हो तो तुलसी के रस में देसी कपूर मिलाएं और रुई में भिगोकर दांत पर लगाने से आराम मिलता है।

दालचीनी

डायबिटीज केयर जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार टाइप टू डायबिटीज रोगी को दालचीनी की चाय पीना चाहिए।

इस्तेमाल : पेट में गैस होने पर शहद और दालचीनी चूर्ण का प्रयोग करें। अगर मुंह से दुर्गंध आती हो तो दालीचीनी का एक टुकड़ा दिन में दो बार चूसें। दांतों में कीड़े न लगे इसके लिए दालचीनी पाउडर को पानी में मिलाकर गरारे करें। दालचीनी के पाउडर में नींबू मिलाकर पेस्ट बना लें, अब इसे चेहरे पर लगाएं इससे कील मुहांसों की समस्या दूर होगी। अगर बाल गिरते हों तो शहद में दालचीनी पाउडर को मिलाकर बालों में लगाएं और इसे 10-15 मिनट के बाद धो लें, बाल झडऩा बंद हो जाएंगे। दालचीनी पेस्ट का लेप माथे पर करने से सिरदर्द में आराम मिलता है।

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