
रेगिस्तान की चिलचिलाती धूप में लोग बाहर निकलना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन एक रेगिस्तानी जगह एेसी भी है जहां लोग अपने नग्न शरीर को रेत से ढक लेते हैं। एेसा करने वाले लोग एक-दो नहीं बल्कि काफी संख्या में हैं।
दरअसल ये लोग अपना इलाज कराने के लिए यहां आते हैं। हड्डी संबंधी बीमारियों से परेशान लोगों या फिर जिन्हें नपुंसकता की शिकायत होती है, वे यहां आकर इलाज करवाते हैं। बीमारी के अनुसार, तीन से नौ दिनों तक मरीजाें का इलाज किया जाता है।
इस इलाज में व्यक्ति को जब दिन में सबसे ज्यादा धूप होती है उस वक्त गले तक रेत में दबा दिया जाता है। उस वक्त मरीज नग्न होता है। साथ ही इलाज के दौरान उसे खुले आसमान के नीचे रहना होता है। करीब दस से पन्द्रह मिनट तक रेत में ही दबे रहने दिया जाता है आैर बाद में निकाल लिया जाता है।
इलाज की खास बात ये है कि जब तक इलाज चलता है व्यक्ति को नहाने की इजाजत नहीं होती है। रेत पर बने छोटे से घरों में मरीजों को तय वक्त तक रहने दिया जाता है।
मिस्र के दकरूर पहाड़ी के पास सिवा नामक रेगिस्तान में इलाज के लिए बहुत से लोग पहुंचते हैं। करीब ढार्इ-तीन हजार में ये इलाज किया जाता है। हालांकि वैज्ञानिक कसौटी पर ये इलाज कितना कारगर है ये पता नहीं चल सका है, लेकिन लोग साल में दो बार ये इलाज लेने पहुंच ही जाते हैं।