

इस योजना को इस महीने के आखिरी तक लोगों की राय जानने के लिए सार्वजनिक किया जाएगा। इस योजना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सैद्धान्तिक सहमति मिली हुई है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार भारत में 30 करोड़ मध्य वर्ग के लोग हैं। यदि इन्हें साल में एक बार भी हवाईयात्रा करा दी जाती है कि भारतीय विमानन बाजार विश्व का तीसरा सबसे बड़ा विमानन बाजार बन जाएगा।

विशेषज्ञों के अनुसार हवाईयात्रा में यह क्रांति मोबाइल फोन जैसी क्रांति हो सकती है। अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने कार्यकाल में मोबाइल क्रांति को जन्म दिया था।

आज करोड़ों लोगों के पास मोबाइल है। हवाईयात्रा वाली इस क्रांति को अमलीजामा पहना दिया जाता है तो प्रधानमंत्री मोदी के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।