डोनल्ड ट्रंप से ओबामा ने की मुलाकात, कह दी मन की बात…

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले डोनल्ड ट्रंप को घोर आलोचना का शिकार होना पड़ा था. पर सत्ता हाथ में आते ही उनके लिए स्थिति अब बदल रही है. जीत हासिल करने के बाद गुरुवार को उन्होंने व्हाइट हाउस जाकर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से मुलाकात की. यह मीटिंग 10-15 मिनट की होने वाली थी, लेकिन दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला करीब 90 मिनट तक चला. दोनों के बीच घरेलू और विदेश नीति के मुद्दों पर चर्चा हुई.
व्हाइट हाउस में मिले बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रंप
मुलाकात के बाद ट्रंप ने कहा कि पोल के बाद वह आज ही ओबामा से मिल रहे हैं. ट्रंप ने कहा, “एक अच्छे व्यक्ति के लिए मेरे मन में अपार इज्जत है.” वहीं इस मुलाकात के बाद ट्रंप की मेजबानी करने वाले ओबामा ने मुलाकात को ‘शानदार’ करार दिया.ओबामा ने कहा कि 20 जनवरी को ट्रंप के पद को संभालने के लिए जो भी मदद होगी, वह करेंगे. ट्रंप की सफलता देश की सफलता है.
#WATCH: US President Barack Obama meets President Elect Donald Trump, in Washington DC. pic.twitter.com/wrEnISGBUb
— ANI (@ANI_news) November 10, 2016
पहले दोनों ने एक-दूसरे को सुनाई थी खरी-खरी
राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने बराक ओबामा की अमेरिकी नागरिकता पर सवाल उठाए थे. यही नहीं ट्रंप उनकी कई महत्वपूर्ण नीतियों को खत्म करने का वादा भी कर चुके हैं.
Washington DC: US President Barack Obama meets President Elect Donald Trump. pic.twitter.com/KymDHZAHQg
— ANI (@ANI_news) November 10, 2016
दूसरी ओर राष्ट्रपति ओबामा ने भी चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप को निशाने पर लिया था. उन्होंने कहा था कि ट्रंप राष्ट्रपति पद के लायक नहीं हैं. बराक ओबामा की वाईफ मिशेल ओबामा ने भी चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप की प्रतिद्वंदी हिलेरी क्लिंटन का साथ दिया था और ट्रंप के खिलाफ बयान दिया था.
ट्रंप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
इस बीच, अमेरिका के कई शहरों में लोग सड़कों पर उतरकर ट्रंप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.न्यूयॉर्क में हजारों लोग ट्रंप टावर तक मार्च करते हुए गए और इमिग्रेशन, समलैंगिकों के अधिकार जैसे मुद्दों पर ट्रंप की नीतियों के खिलाफ नारे लगाए. न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार के मुताबिक इस मामले में प्रदर्शन कर रहे 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
ओबामा और हिलेरी क्लिंटन दोनों ने बुधवार को जनता से अपील की थी कि वो ट्रंप को नेतृत्व का मौका दें. लेकिन इन दोनों की अपील के बावजूद कई शहरों में लोग ट्रंप को अमेरिका के राष्ट्रपति के रुप में स्वीकार करने को तैयार नहीं दिख रहे हैं.