जानियें: महिलाएं मांगलिक कार्यों में क्यों पहनती हैं रंगीन कपड़े

आमतौर पर देखा जाता है कि जब घर में शादी या कोई भी मांगलिक प्रोग्राम होता है तो महिलाएं रंग बिरंगे कपड़े पहनती हैं। लेकिन क्या कभी आपने जानने का प्रयास किया है कि आखिर ये रिवाज क्यों होता है। आज हम आपको इसके पीछे का सच बताते हैं।
दरअसल रंगीन कपड़े भौतिकता की ओर इंगित करते हैं। यह खुशी, समृद्धि और संपन्नता के प्रतीक माने जाते हैं। यही कारण है कि महिला हो या पुरुष मांगलिक कार्यों में रंगीन कपड़े पहनते हैं। इसके विपरीत पति के मरने के बाद विधवाओं को सफ़ेद कपड़े पहनने का रि
वाज है। इसके पीछे का सच यह है कि सफेद रंग शांति और सादगी का प्रतीक है। विधवाओं को सफेद साड़ी पहनना इसीलिए कहा गया है कि वह सांसारिक माया-मोह को छोड़कर सिर्फ और सिर्फ ईश्वर भक्ति में अपना मन लगाएं। सफेद रंग को एकाग्रता का प्रतीक माना गया है।
वाज है। इसके पीछे का सच यह है कि सफेद रंग शांति और सादगी का प्रतीक है। विधवाओं को सफेद साड़ी पहनना इसीलिए कहा गया है कि वह सांसारिक माया-मोह को छोड़कर सिर्फ और सिर्फ ईश्वर भक्ति में अपना मन लगाएं। सफेद रंग को एकाग्रता का प्रतीक माना गया है।