भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट को जान का खतरा, खुफिया एजेंसियों ने दी रिपोर्ट

देहरादून: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, भोले जी महाराज व माता मंगला की जान को खतरा है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि राज्य सरकार व पुलिस की खुफिया एजेंसियां ऐसा मान रही हैं। पुलिस व खुफिया विभाग से मिली रिपोर्ट के आधार पर अब इन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा देने के साथ ही एस्कार्ट की सुविधा भी दी गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट को जान का खतरा, खुफिया एजेंसियों ने दी रिपोर्ट

वहीं, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट व माता सावित्री देवी को पहले से मिल रही वाई श्रेणी के सुरक्षा के साथ ही राज्य भ्रमण के दौरान एस्कार्ट सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। राज्य की भाजपा सरकार ने उक्त सभी महानुभावों को उक्त सुविधाएं देने में दरियादिली दिखाई है। सांसद व विधायकों के लिए एक गनर मुहैया कराने संबंधी आदेश अलग से जारी किया गया है। वहीं, राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को पत्र लिखकर उन्हें दी गई वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस लेने का अनुरोध किया है।  

बीते माह शासन ने राज्य के विशिष्ट व्यक्तियों एवं अन्य महानुभावों को शासन द्वारा स्वीकृत एक्स, वाई व जेड श्रेणी के सुरक्षा के संबंध में समीक्षा की थी। इस समीक्षा के बाद अब शासन ने इन्हें प्राप्त हो रही सुरक्षा के संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। नई सूची में राज्यपाल व मुख्यमंत्री को जेड प्लस श्रेणी की सुविधा प्रदान की है। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश व बाबा रामदेव को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। उच्च न्यायालय के सभी न्यायाधीशों को एस्कार्ट सहित वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। वहीं, सेवानिवृत न्यायाधीश धर्मवीर शर्मा और शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती को राज्य भ्रमण व प्रवास के दौरान जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। 

उत्तराखंड के सभी पूर्व मंत्रियों को वाई श्रेणी की सुविधा दी गई है हालांकि, इन्हें एस्कार्ट नहीं दिया गया है। स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती को राज्य भ्रमण व प्रवास के दौरान वाई श्रेणी की सुविधा दी गई है। स्वामी राजराजेश्वरानंद महाराज को वाई श्रेणी व रामानंदाचार्य हंसदेवाचार्य महाराज को एक्स श्रेणी की सुविधा दी गई है। 

वहीं, सांसद अनिल बलूनी ने सरकार से मिली वाई श्रेणी की सुरक्षा वापस लेने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री को संबंधित पत्र में उन्होंने कहा है कि सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी व एस्कार्ट की सुविधा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि राज्य भ्रमण के दौरान इस तरह की सुरक्षा की आवश्यकता नहीं है लिहाजा इस विशेष सुविधा के आदेश को निरस्त कर दिया जाए। 

सुरक्षा के मानक

– जेड प्लस- 55 सुरक्षाकर्मियों का सुरक्षा गारद। इसमें दस कमांडों व पुलिस कर्मी शामिल।

– जेड सुरक्षा – 22 सुरक्षाकर्मियों का सुरक्षा गारद। चार अथवा पांच एनएसजी कमांडें व पुलिस कर्मी।

– वाई श्रेणी – 11 सुरक्षा कर्मियों का सुरक्षा गारद। एक अथवा दो कमांडों व पुलिस कर्मी। 

– एक्स श्रेणी- दो सुरक्षा कर्मी। दोनों पुलिस कर्मी। 

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