#बड़ी खबर: ‘आधार’ का नया फीचर देगा सबको फायदा, जुलाई से शुरू होगी ये सर्विस

आधार कार्ड वेरिफिकेशन के लिए जल्द ही फेस ऑथेंटिकेशन की सुविधा शुरू होगी. UIDAI इसे नए फीचर को 1 जुलाई को लॉन्च करेगा. यह सुविधा वरिष्ठ नागरिकों के लिए काफी कारगर साबित होगी. यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने यह दावा किया है कि फेस ऑथेंटिकेशन फीचर से 100 फीसदी बुजुर्गों को फायदा मिलेगा. UIDAI ने इससे जुड़े कुछ तथ्य सुप्रीम कोर्ट में पेश किए. UIDAI के मुताबिक, मौजूदा आधार वेरिफिकेशन के तरीके से 83 फीसदी बुजुर्ग संतुष्ट हैं, फेस ऑथेंटिकेशन आने से 100 फीसदी वरिष्ठ नागरिक इससे संतुष्ट हो जाएंगे.#बड़ी खबर: 'आधार' का नया फीचर देगा सबको फायदा, जुलाई से शुरू होगी ये सर्विस

बुजुर्गों को होती है दिक्कत
फिंगरप्रिंट के जरिए होनेवाला वेरिफिकेशन कई वरिष्ठ नागरिकों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. दरअसल, उम्र के साथ उंगलियों के निशाना गायब होने से बुजुर्गों का ऑथेंटिकेशन नहीं हो पाता. कई मामलों में ऐसे बुजुर्गों को सरकारी स्कीम्स का भी फायदा नहीं मिला. मेहनत-मजदूरी करने वालों का भी यही हाल है. क्योंकि, काम करते वक्त उनके फिंगरप्रिंट भी पूरी तरह मैच नहीं होते. UIDAI के मुताबिक, नए फीचर से सबको फायदा मिलेगा.

4500 बुजुर्गों पर किया टेस्ट
UIDAI ने फेस ऑथेंटिकेशन शुरू करने से पहले इसका एक टेस्ट लिया. कुछ बुजुर्गों पर इसे आजमाकर देखा गया. 9 राज्यों के कुल 4500 बुजुर्गों का फेस वेरिफिकेशन किया गया.  फेस और फिंगर प्रिंट के जरिए वेरिफिकेशन 99 फीसदी सफल रहा. वहीं, फिंगरप्रिंट और आंख की पुतली से वेरिफिकेशन का सक्सेस रेट 95 फीसदी रहा. दरअसल, पेंशन आदि सुविधाओं के लिए भी सरकार ने आधार जरूरी कर दिया है, लेकिन जिन राज्यों में अभी इंटरनेट की अच्छी सुविधा नहीं हैं वहां बिना आधार के भी सरकारी सुविधाएं देने का आदेश है.

ऑथेंटिकेशन के लिए होगी अतिरिक्‍त लेयर
UIDAI के मुताबिक, यह नया फीचर 1 जुलाई, 2018 को लॉन्च किया जाएगा. इससे नागरिकों को खासकर सीनियर सिटीजंस के लिए आथेंटिकेशन के लिए एक एक्‍स्‍ट्रा लेयर तैयार होगी. इससे सीनियर सिटीजंस को बड़ी राहत मिलेगी, जिन्हें अक्सर फिंगर प्रिंट को लेकर दिक्‍कतों का सामना करना पड़ता है.

शर्त के साथ आएगा नया फीचर
UIDAI का नया फीचर शर्त के साथ आएगा. इसका मतलब है कि फेशियल रिकगानइजेशन की अनुमति एक या इससे अधिक ऑथेंटिकेशन जैसे फिंगर प्रिंट, पुतली या ओटीपी के साथ दी जाएगी. सिर्फ फेशियल रिकगाइजेशन से ऑथेंटिकेशन का प्रॉसेस पूरा नहीं होगा. हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि आपको चेहरा पहचानने के फीचर के लिए आपको एक बार और आधार सेंटर जाना होगा. यूआईडीएआई इस फीचर के लिए अपने डाटाबेस का इस्तेमाल करेगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button