तेलंगाना: पनबिजली संयंत्र में आग लगने से मचा हडकंप, अब तक 6 लोगों की मौत…

हैदराबाद: तेलंगाना-आंध्र प्रदेश सीमा पर जमीन के अंदर बने श्रीसैलम पनबिजली संयंत्र में बृहस्पतिवार रात आग लगने से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि तीन की तलाश जारी है. नगरकुरनूल कलेक्टर ने कहा कि सहायक इंजीनियर का शव बरामद हो गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है लेकिन घटनास्थल से घना धुआं निकल रहा है और इस वजह से बचावकर्मी अंदर नहीं जा पा रहे हैं.

गुरुवार रात 10.30 बजे जब आग लगी तो 19 लोग शिफ्ट पर थे, इसमें से 10 लोग बचने में सफल रहे थे जबकि एक डिवीजन इंजीनियर, चार असिस्‍टेंट इंजीनियर, दो जूनियर प्‍लांट अटेंडेंट और दो अन्‍य लोग अंदर फंस गए थे. इन लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया लेकिन छह लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी. 

नगरकुर्नूल के जिलाधिकारी एल शरमन ने बताया कि तीन अग्निशमन वाहन संयंत्र के परिसर से निकल रहे धुएं को हटाने के काम में लगे हैं. मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों के साथ बचाव कार्य का जायजा ले रहे हैं. कन्द्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल से बचाव कार्य में सहयोग देने को कहा है.

तेलंगाना स्टेट पॉवर जेनरेशन कॉरपोरेशन (जेनको) के मुख्य अभियंता बी सुरेश के मुताबिक जब हादसा हुआ उस वक्त संयंत्र में कम से कम 25 लोग थे, जिनमें से 15-16 बाहर आने में कामयाब रहे. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह लोगों को सांस लेने में दिक्कत के बाद स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया. कृष्णा नदी पर बना श्रीसैलम लेफ्ट बैंक पॉवर स्टेशन हैदराबाद से करीब दो सौ किलोमीटर दूर है और तेलंगाना स्टेट पॉवर जेनरेशन कॉरपोरेशन (जेनको) इसे संचालित करता है.

संयंत्र में छह इकाइयां हैं जिनकी कुल क्षमता 900 मेगावॉट बिजली उत्पादन की है और पिछले कुछ दिन से बारिश होने से यहां बिजली उत्पादन जोरों से हो रहा था. अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है लेकिन पॉवर हाउस के भूमिगत क्षेत्र में धुआं भरा है जिससे बचाव कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं. उन्होंने बताया कि नीचे फंसे नौ लोगों में से दो लोग उस कंपनी से हैं जो बैटरी के रखरखाव का काम संभालती है.

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