
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता की मौत पर सस्पेंस खत्म करते हुए डॉक्टर रिचर्ड बेल ने साफ किया है कि जयललिता की मौत ऑर्गन फेलिअर की वजह से हुई थी. तमिलनाडु में जयललिता के मौत को लेकर कई तरह की अफवाह और कयास लगाए जा रहे थे.
डॉक्टर बेल ने कहा कि जयललिता गंभीर डायबटीज की मरीज थीं और वो गंभीर संक्रमण का शिकार हो गई थीं. जिसकी वजह से उनके शरीर के अंगों ने काम करना बंद कर दिया और उनकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि ये बहुत ही जटिल मामला था इसमें किसी तरह की कोई साजिश नहीं है.
इलाज के दौरान जयललिता की कोई भी तस्वीर ना जारी करने के सवाल पर डॉक्टर बेल ने कहा कि ये नियमों के खिलाफ था और हमें ऐसा करने के आदेश नहीं थे. जब कोई मरीज गंभीर हालत में होता है तब उसकी फोटो लेकर जारी करना उसकी निजता का अतिक्रमण है.
बिट्रिश डॉक्टर बेल ने कहा कि हमारी टीम ने जयललिता को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराया गया था. उन्होंने कहा कि जयललिता को खून में गंभीर बैक्टीरियल संक्रमण था जो खून के साथ शरीर के अंगों में फैल गया. जिसके चलते उन्हें सांस लेने में दिक्कत आने लगी.
जयललिता को इलाज के दौरान किसी भी तरह का ट्रांसप्लाटेशन नहीं किया गया ना ही इलाज की कोई सीसीटीवी फुटेज ली गई है क्योंकि ऐसा करना नियमों के खिलाफ था. उन्होंने बताया जब उन्हें दिल का दौरा पड़ा तब डॉक्टर रमेश वहां मौजूद थे और उन्हें तुरंत होश में लाने की कोशिश की गई लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.