जम्मू में मैदान में नहीं तो आखिर कहां होंगी चुनाव रैलियां, क्या हैं विकल्प 

2014 के लोकसभा चुनाव में बड़ी-बड़ी चुनाव रैलियां देख चुके जम्मू के लोगों को शायद इस बार उतनी रौनक देखने को न मिले। मामला हैरान करने वाला है, लेकिन यह सच है कि शीतकालीन राजधानी जम्मू में चुनाव रैलियां करने के लिए मैदान ही उपलब्ध नहीं है।

पिछले लोकसभा चुनाव में उस समय के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक रैली का गवाह बने एमए स्टेडियम इस बार सियासी रैलियों के लिए उपलब्ध नहीं है। स्टेडियम में नवीनीकरण का कार्य चल रहा है।

एमए स्टेडियम में ही 2014 में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की रैली हुई थी। इसके अलावा जम्मू में दूसरा सबसे बड़ा मैदान परेड ग्राउंड है। यहां पर सियासी रैली करने पर ही प्रतिबंध लगा दिया गया है। गांधीनगर दशहरा ग्राउंड में भी सियासी कार्यक्रम करने की मनाही है।

ऐसे में तवी पुल के साथ सटा भगवती नगर ग्राउंड बचा है। यहां हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली कराई गई थी। वर्तमान में इस ग्राउंड में सर्कस लगा है। ऐसे में अब सड़कों पर ही तंबू लगाकर जन रैलियां होने के आसार बन गए हैं।

सियासी दलों में मंथन
सियासी दलों के नेताओं के अनुसार जम्मू में मैदान सियासी रैलियों के लिए उपलब्ध न होना बड़ी समस्या है। ऐसे में भाजपा हो या कांग्रेस अथवा अन्य पार्टियां, सभी में मंथन चल रहा है कि आखिर आगामी दिनों जम्मू में रैलियां कहां कराई जाएं।

क्या हैं विकल्प
सियासी दलों के पास जम्मू में अब परेड ग्राउंड चौक में सड़क पर रैली करने का ही विकल्प बचा है। इसके अलावा भाजपा त्रिकुटा नगर में अपने कार्यालय के बाहर रैली कर सकती है। शहर के बाहरी क्षेत्रों में रैली करने का विकल्प भी है।

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