चीन ने भारत को दी स्वतंत्रता दिवस की बधाई, कहा- आशा करते हैं कि चीन और भारत…

देश आज 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर लद्दाख में साथ सीमा विवाद को लेकर तल्ख रिश्तों के बीच चीन ने भारत को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी है। भारत में चीन के राजदूत सून वेडॉन्ग ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर भारत सरकार और लोगों को बधाई। बता दें कि बीते कुछ समय से सीमा पर खूनी झड़प की वजह से दोनों देशों के बीच तनातनी जारी है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भारत में चीन के राजदूत सून वेडॉन्ग ने कहा, ‘भारत सरकार और भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई। आशा करते हैं कि चीन और भारत, प्राचीन सभ्यता वाला दो महान राष्ट्र शांति के साथ समृद्ध हो और क्लोज साझेदारी के साथ विकसित हो।’

इससे एक दिन पहले शुक्रवार को चीनी राजदूत ने सून वेडॉन्ग ने एक पत्रिका में लिखे लेख में गलवान घाटी हिंसा मामले में निस्पक्ष जांच करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार सीमा नियमों का उल्लंघन करने वालों को जवाबदेह ठहराए और भारत को चाहिए कि वह सीमा पर अपने सैनिकों को सख्ती से अनुसाशित करे। उन्होंने यह भी लिखा भारत ऐसी घटनाओं को फिर ने होने देने के लिए जरूरी कदम उठाए, सेना को भड़काने की कोशिश न करें।

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में एलएएसी के पास कई सप्ताह तक दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव की वजह से ही 15 जून को गलवान घाटी में एक हिंसक झड़प हुई, जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए। इससे पहले 2002 में पश्चिमी क्षेत्र के नक्शे का आदान-प्रदान करने की कोशिश असफल रही थी, क्योंकि चीन अंतिम क्षण में इससे पीछे हट गया था। 

अमेरिका ने भी दी बधाई
अमेरिका ने भी भारतवासियों को जश्न-ए-आजादी की शुभकामनाएं दी हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भारतीयों को उनके 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अमेरिका और भारत के बीच मित्रता एवं साझी लोकतांत्रिक परम्पराओं के कारण निकट संबंध हैं।

विदेश मंत्री पोम्पिओ ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारत को शुभकामनाएं देते हुए शुक्रवार को अपने संदेश में कहा, ‘अमेरिकी सरकार और अमेरिकी लोगों की ओर से मैं भारत के लोगों को उनके स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं देता हूं। भारत ने जब 73 साल पहले स्वतंत्रता प्राप्त की थी, तब से अमेरिका और भारत के बीच मित्रता और साझी लोकतांत्रिक परम्पराओं के कारण निकट संबंध हैं।’

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