

जैब की मीटिंग आईआईटी गुवाहाटी में हुई, जिसमें आईआईटी कानपुर परिक्षेत्र के जेईई चेयरमैन प्रो. एसएन सिंह भी शामिल हुए। जैब ने आईआईटी में एडमिशन के सिंगल एंट्रेंस टेस्ट पर कोई फैसला नहीं लिया। कहा कि आईआईटी, एनआईटी और ट्रिपल आईटी में एडमिशन की पुरानी प्रक्रिया (पहले जेईई मेन, फिर जेईई एडवांस) जारी रहेगी। कोई बदलाव वर्ष 2017 से संभव है।
जैब ने आईआईटी, एनआईटी और ट्रिपल आईटी की खाली सीटों पर चर्चा की और कहा कि वर्ष 2016 में एडमिशन की काउंसलिंग तीन से ज्यादा बार कराई जाएगी।
अंतिम सीटें भरने तक यह सिलसिला चलता रहेगा। ऐसा हुआ तो निचली रैंक तक के स्टूडेंटों को एडमिशन का मौका मिलेगा। अभी तक तीन काउंसलिंग का प्रावधान था। आईआईटी में एडमिशन के बाद फीस जमा करने और रिपोर्टिंग न करने वाले स्टूडेंटों को भी राहत दी गई है। जैब ने कहा है कि ऐसे स्टूडेंट अगली काउंसलिंग में शामिल होकर दूसरे संस्थान या फिर ब्रांच में एडमिशन ले सकेंगे।
पहले से जमा फीस समायोजित कर दी जाएगी। थर्ड जेंडर आने के बाद जेईई एडवांस के आवेदन शुल्क की समीक्षा भी की गई। जैब ने कहा कि शुल्क की दो श्रेणी निर्धारित रहेगी। सामान्य और ओबीसी (पुरुष) के स्टूडेंटों से 2000 रुपये फीस ली जाएगी। एससी, एसटी, थर्ड जेंडर और सभी श्रेणी की छात्राओं से 1000 रुपये शुल्क वसूला जाएगा।
जेईई मेन की मेरिट 40 फीसदी बोर्ड मार्क्स (इंटरमीडिएट के मार्क्स) और 60 फीसदी एंट्रेंस टेस्ट के मार्क्स से बनती है। इसी आधार पर एनआईटी, ट्रिपल आईटी की सीटें भरी जाती हैं। यही प्रक्रिया वर्ष 2016 में भी जारी रहेगी।
आईआईटी, एनआईटी और ट्रिपल आईटी में एडमिशन के लिए प्रस्तावित ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट (जेईई) मेन 2016 के ऑनलाइन, ऑफलाइन आवेदन फॉर्म अक्तूबर के पहले सप्ताह से भरे जाएंगे। फॉर्म भरने और एंट्रेंस टेस्ट का विस्तृत शेड्यूल जल्द ही जारी कर दिया जाएगा।
एंट्रेंस टेस्ट अप्रैल 2016 के पहले सप्ताह में होगा। मई के पहले सप्ताह तक रिजल्ट आ जाएगा, फिर जेईई एडवांस के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होगी।
जेईई मेन की मेरिट लिस्ट में बोर्ड मार्क्स जोड़ने या फिर उसे हटाने पर अंतिम फैसला एनआईटी और ट्रिपल आईटी की बोर्ड लेंगी। इस मामले में आईआईटी के जैब का कोई रोल नहीं है।