गणेश जी की मूर्ति में हमेशा इस बात की ध्यान रखें कि गणेश जी के हाथों में एक दांत,अंकुश और मोदक होना चाहिए। साथ ही एक हाथ वरदान की मुद्रा में हो और मूषक भी होना चाहिए।
संतान सुख की कामना रखने के लिए अपने घर में बाल गणेश की प्रतिमा लगानी चाहिए। इनकी नियमति पूजा करने से संतान के मामले में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती है।
नाचते हुए गणेश जी की प्रतिमा लगाने से घर में आनंद, उत्साह और उन्नति होती है। इस प्रकार की प्रतिमा की पूजा करने से छात्रों और कलाकार को विशेष लाभ मिलता है।
गणेश जी आसान पर विराजमान हों या लेटे हुए मुद्रा में हों तो ऐसी प्रतिमा को घर में लाना शुभ होता है। इससे घर में सुख और आनंद का स्थायित्व बना रहता है।