क्या आप जानते हैं काले रंग के स्वास्तिक का महत्व

हिन्दू धर्म में जब भी किसी प्रकार का कोई शुभ कार्य का शुभारंभ किया जाता है, तो स्वास्तिक चिन्ह बनाया जाता है, इसे हिन्दू धर्म में काफी शुभ माना गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं, स्वास्तिक चिन्ह अलग-अलग रंगो से भी बनाया जाता है और जिसमें हर रंग का अपना अलग ही महत्व होता है। आज हम आपसे स्वास्तिक के कुछ ऐसे ही रूप के बारे में तथा उसके अलग-अलग रंग के महत्व के बारे में चर्चा करने वाले हैं। तो चलिए जानते हैं रंग-बिरंगे स्वास्तिक का महत्व..क्या आप जानते हैं काले रंग के स्वास्तिक का महत्व

किसी भी शुभ मुहूर्त पर आप इसका प्रयोग शुरू कर सकते हैं । इसे बनाने के लिए आपको भोजपत्र की आवश्यकता होगी । एक भोजपत्र ले आएं, इस पर काजल से काला स्वास्तिक बनाएं ।  काजल एकदम नया होना चाहिए आप इसे घर पर कोयले से भी बना सकते हैं । अब इस भोजपत्र को मोड़ लें और गले में ताबीज के रूप में धारण कर लें । इस तरह इसे धारण करने वाले व्यक्ति पर किसी प्रकार की विपत्ति का प्रकोप नहीं होता । वो बुरी नजर और बुरे समय से सुरक्षित ही रहता है ।

घर को बुरी नजर से बचाने के लिए भी आप काले स्वास्तिक का प्रयोग कर सकते हैं । आपके मुख्य द्वार के दाहिने ओर एक कील गाड़े और अब इस कील पर इस भेजपत्र से बने ताबीज को लटका दें । धागे में 7 गांठे लगाना ना भूलें । आपका घर अब नजर दोष से कभी प्रभावित नहीं होगा । हर वर्ष इस उपाय को शुभ मुहूर्त पर दोहराएं । शनि अमावस्या के दिन ये उपाय करना अति लाभदायी होगा या फिर हनुमान जयंती के दिन इस प्रयोग का इस्तेमाल करें।

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