एक्सीलिया स्कूल लखनऊ में हुआ शतरंज का अनूठा साइमलटेनियस मुकाबला

लखनऊ। एक तरफ ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से तो दूसरी और शतरंज में अपना भविष्य तलाश रहे नन्हें शातिर। शहीद पथ स्थित एक्सीलिया स्कूल में आयोजित शतरंज के अनूठे साइमलटेनियस (सामूहिक) मुकाबले का आयोजन हुआ जिसमें 20 टेबल पर 20 नन्हें स्कूली शतरंज खिलाड़ी बैठे थे तो दूसरी ओर ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से हर बोर्ड पर जाकर चाल चल रहे थे। दो घंटे तक चले इस महामुकाबले में कई मौके ऐसे भी आए जब कई बार ग्रैंड मास्टर को भी सोचना पड़ा कि क्या चाल चलूं तो इन नन्हें शातिरों ने भी खूब दम दिखाया।

इस मुकाबले में ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से  ने पहला शिकार अद्रिका मिश्रा को बनाया और उन्हें महज नौ चालों में मात दी। वहीं ए.वामसी कृष्णा ने कमाल का खेल दिखाया और ग्रैंड मास्टर को शिकस्त देने में कामयाबी हासिल की। वही सात्विक मिश्रा ने मुकाबला ड्रा खेला।
इससे पहले एक्सीलिया स्कूल पहुंचे ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से का स्वागत स्कूल की वाइस चेयरपर्सन श्रीमती मंजू पाठक और निदेशक श्री आशीष पाठक ने पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह प्रदान करके किया।

एक्सीलिया स्कूल में हुआ शतरंज का अनूठा साइमलटेनियस मुकाबला

इसके बाद ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से ने खिलाड़ियों व उनके अभिभावकों के साथ इंटरएक्टिव सेशन में हिस्सा लिया जिसमें उन्होंने काफी देर तक अभिभावकों व भविष्य के नन्हें खिलाड़ियों के जवाब दिए। उन्होंने छात्र-छात्राओं को सीख दी कि अगर आपको बेहतर शतरंज खिलाड़ी बनना है तो कड़ी मेहनत कीजिए और ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगिताओं में हिस्सा लीजिए। इस एक्सपोजर से आपकी प्रतिभा का विकास होगा और आप शतरंज के खेल से जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने की सीख ले सकते है। उन्होंने कहा कि शतरंज खेलने वाले खिलाड़ी की मानसिक क्षमता काफी प्रखर होती है तथा वह किसी भी चुनौती से नहीं घबराता है।

समापन समारोह में ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से ने सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट वितरित किए। इस अवसर पर स्कूल की वाइस चेयरपर्सन श्रीमती मंजू पाठक, निदेशक श्री आशीष पाठक, प्रधानाचार्या श्रीमती सोनिया वर्धन और महाप्रबंधक श्री शेखर वार्ष्णेय एवं चीफ आर्बिटेटर एके रायजादा (सचिव, लखनऊ जिला चेस स्पोर्ट्स एसोसिएशन) तथा  भी मौजूद थे।

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