आईएस का नया फरमान जारी, अब नहीं दिखनी चाहिए महिलाओं की आंखें…

ये तो सभी जानते हैं कि आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट यानी आईएस के राज में इराक की महिलाएं अपनी पसंद के कपड़े तक नहीं पहन सकतीं। महिलाओं को अपने शरीर का ज्यादातर हिस्सा ढंकना पड़ता है। लेकिन हाल ही में आईएस ने महिलाओं के लिए एक ऐसा नियम बनाया है, जिससे महिलाओं की समस्या काफी बढ़ने वाली है। दरअसल, इस संगठन के नए फरमान के मुताबिक महिलाओं की आंखे दिखना भी अपराध माना जाएगा।
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आईएस के कब्जे के कुछ समय बाद ही मोसुल में महिलाओं के लिए ड्रेस कोड जारी कर दिया गया था। इसमें बताया गया था कि महिलाओं के शरीर का हर हिस्सा छिपा होना चाहिए। यहां तक की महिलाओं के हाथ और पैर न दिखें इसलिए दस्तानों और मोज़ों के पहनने की सख्त हिदायत दी गई थी। लेकिन अब इसमें एक और चीज़ जोड़ दी गई है कि महिलाएं आंखों के आगे भी काला कपड़ा डालें। ये घोषणा लाउडस्पीकर पर की गई है।
आईएस के महिलाओं पर लादे गए इन नियमों के कारण वहां की महिलाओं का जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। उन्हें आसपास जाने के लिए भी खुद को पूरा ढंकना पड़ता है। गौरतलब है कि जब आईएस ने मोसुल पर कब्ज़ा किया तब उन्होंने हर घर में ‘बिल ऑफ द सिटी’ बांटा। इस बिल में लिखा है कि आईएस शहर को किस तरह से चलाएगा। इस बिल में महिलाओं के लिए साफ-साफ निर्देश थे कि महिलाएं ढीले जिबाब पहनें। घर में ही रहें। सिर्फ तभी बाहर निकलें जब बेहद जरूरी हो। जो महिला नियमों को नहीं मानेगी उसे कठोर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई।
आईएस के राज में अगर पुलिस ने किसी महिला को घर से बाहर ड्रेस कोड का उल्लंघन करते पाया महिला के पति के नाम पर नोटिस जारी होगा। पति को जज के सामने सुनवाई के लिए पेश होना होगा और अपराध के आधार पर उसे हर्जाना देना होगा या फिर पत्नी को कोड़े मारे जाएंगे। ज़ाहिर है ऐसे कड़े नियमों के कारण मोसुल अब महिलाओं के लिए कैदखाने की तरह होता जा रहा है।