अरेस्ट होकर छुटने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में बोले अखिलेश, सरकार आने पर देंगे हर थाने को 5 लाख…

-
लखनऊ. अखिलेश यादव ने शुक्रवार को पार्टी ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस की। यहां उन्होंने सीएम योगी को बार-बार डिजिटल मुख्यमंत्री करकर संबोधित किया। अखिलेश ने योगी पर चुटकी लेते हुए कहा- ”डिजिटल मुख्यमंत्री ट्वीट का मतलब नहीं जानते है, इस लिए मैं उन्हें फॉलो नहीं करता हूं।” साथ ही उन्होंने कहा- ”मुख्यमंत्री जी हमे ये बात दें कि जन्माष्टमी थानों में मनाने से हमने कब रोका। हमारी सरकार आने पर हम त्योहार मनाने के लिए हर थाने को 5 लाख रुपए देंगे।”
अब थाने कौन चला रहा?
– अखिलेश ने आगे कहा- ”एक आईपीएस अगर पूर्व सांसद-विधायक से हाथापाई करे तो क्या स्थिति होगी लोकतंत्र की आप समझ सकते हैं। हमें कहा गया कि थाने में सपा के लोग रहते हैं, सपा थाना चलती है। अब कौन चला रहा? अब तो पुलिस ही गुंडई कर रही।”
– ”पूर्व सांसद औरैया को रात भर एक थाने से दूसरे थाने घुमाते रहे। किसी को मिलने नहीं दिया गया। हमें भी पुलिस ने रोका।”
– ”डिजिटल इंडिया की बात करते हैं। नया भारत बना रहे हैं, लेकिन बाते करेंगे कि थाने में कौन से त्योहार मनाए जाएं। सड़कों पर गरीब प्रोग्राम क्यों कर रहा है।”
– ”गरीब लोगों की जब दावते सड़को पर ही होती हैं। टेंट सड़क पर लगते हैं। वहीं, पार्टी करते हैं। उसपर किसका बस है। हमारी सरकार आने पर हम हर थाने को 5 लाख देंगे, सारे त्योहार मनाओ।”
– ”सरकार, डिजिटल दुनिया की बात कीजिए, ये नहीं कि सड़कों पर कौन से त्योहार मनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री जी हमे ये बात दें कि जन्माष्टमी थानों में मनाने से हमने कब रोका। जन्माष्टमी मैंने भी मनाई, मेरी पत्नी ने व्रत रखा। भाजपा बताए कि उनके यहां कितनो ने रखा।”– ”योगी जी को लग रहा है कि अभी भी चुनाव चल रहा है। इसलिए वो ऐसे बयान दे रहे हैं। कम से कम अब तो इन्हें सरकार वाला कोई काम करना चाहिए।”
ये भी पढ़ें:- साक्षी महाराज: अंसारी पाक रहकर आएं, भारत में मुस्लिमों के सुरक्षित होने का अंदाजा हो जाएगाा…
पुलिस ने सुपारी ले रखी है
– ”भारतीय जनता पार्टी अब हिम्मत नहीं जुटा पा रही है कि वो जनता के बीच जाए। समाजवादी पार्टी के जिला पंचायत अध्यक्षों को हटाने के लिए बीजेपी पुलिस का सहारा ले रही है।”
– ”प्रधानमंत्री जी भ्रष्टाचार मिटाने की बात कर रहे हैं। अच्छी बात है, लेकिन पुलिस का इस्तेमाल किया जा रहा है। पुलिस ने सुपारी ले रखी है कि औरेया में बीजेपी का अध्यक्ष बनाना है।”
– ”संयम के साथ हमारे कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। कानून के दायरे में रहकर हमारे कार्यकर्ताओं ने विरोध किया।”
– ”उत्तर प्रदेश में बीजेपी के लोगों ने डिजिटल मुख्यमंत्री बनाया। ”गोरखपुर मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए
– ”नौजवानों की नौकरी छीन ली। जिनको हमने नौकरी दी उनको सरकार लाठी दे रही है। बच्चों की जान चली गई मुआवजा भी हमने दिया। बच्चों की जान चली गई इस पर मुख्यमंत्री जी नहीं बोल रहे हैं। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।”
– ”325 का घमंड था। झांसी गए तो बोला मेट्रो बना देंगे और गोरखपुर गए तो बोले हम वहां मेट्रो बना देंगे। अब केंद्र सरकार ने भी धोखा दे दिया।”
– ”नई पॉलिसी के तहत अब यहां मेट्रो नहीं बन सकती। पूरा विकास रुक पड़ा हुआ है।”
– ”झांसी से दिल्ली की एक्सप्रेस वे बनाने की घोषणा से पहले ये जान लीजिए कि एक्सप्रेस वे कहते किसे हैं।”
– ”अगर अमित शाह ने 360 का टारगेट सेट किया है। इसका मतलब हम लोगों को नेपाल भूटान जैसे देश में जाना चाहिए। फिलहाल डिजिटल लोग हवा में ही बाते कर रहे हैं।’