अम्मा कैंटीन ने ढाई साल में बेची 24 करोड़ रुपयों की इडली

चेन्नई में अम्मा कैंटीन ने बीते ढाई साल में 24.01 करोड़ इडलियां, 10.31 करोड़ रोटियां और 9.79 करोड़ चावल की प्लेट बेच दी हैं. बिक्री का यह आंकड़ा अम्मा कैंटीन की लॉन्चिंग से इस अगस्त तक का है.
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बिक्री का यह दावा किया गया है. तमिलनाडु सरकार ने फरवरी 2013 अम्मा कैंटीन शुरू की थी.
लोग आते गए कारवां बनता गया
चेन्नई में शुरुआत में सिर्फ 15 अम्मा कैंटीन थीं. अब इनकी संख्या 252 पहुंच चुकी है. कैंटीन में बिकने वाली हर चीज की गुणवत्ता का खयाल चेन्नई कॉर्पोरेशन के अधिकारी खुद रखते हैं. लेकिन अब इनका प्रबंधन मुश्किल होता जा रहा है.
1 रुपये की 1 इडली
अम्मा कैंटीन तमिलनाडु सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है. सरकार ने शहर के सात सरकारी अस्पतालों और हर वार्ड में एक अम्मा कैंटीन खोली है. यहां इडली एक रुपये की एक, पोंगल और चावल 5 रुपये प्लेट, दाल और दो रोटी 3 रुपये में मिल जाती हैं. यानी कैंटीन ने अब तक 103.89 करोड़ रुपये की बिक्री की.
5000 महिलाएं चलाती हैं कैंटीन
अम्मा कैंटीन की खासियत है कि इनमें स्व-सहायता समूहों की 5000 महिलाएं काम करती हैं. वे ही खाना पकाती हैं, परोसती हैं और कैंटीन का संचालन भी खुद ही करती हैं. करीब 3 लाख लोग इनके रोजाना के ग्राहक हैं.
सालाना 90 करोड़ खर्च
चेन्नई कॉर्पोरेशन कैंटीन के संचालन पर सालाना 90 करोड़ रुपये खर्च करती है. यह खर्च हर बीतते साल के साथ बढ़ता जा रहा है. वह इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में कटौती कर इनका संचालन कर रही है.