अध्यापिका ने आग लगाकर दे दी जान, वज़ह पता करने में नाकाम रही पुलिस

अपराध का एक मामला कानपूर से सामने आया है. इस मामले में नौबस्ता थाना क्षेत्र में प्राइवेट कोचिंग में पढ़ाने वाले अध्यापिका ने मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगा ली. वहीं महिला की आवाज सुनकर परिजन पहुंचे और आग बुझाते हुए अध्यापिका को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में मिली खबरों के मुताबिक़ हनुमंत विहान में रहने वाले सुशील पांडेय की बेटी शालू पांडेय (21 वर्ष) स्नातक की पढ़ाई करने के बाद प्राइवेट कोचिंग पढ़ाती थी और परिवार में मां सुशीला व एक भाई है.

वहीं बीते सोमवार को सावन के चलते परिवारीजन पूजा-पाठ कर घर में आराम कर रहे थे लेकीन इसी बीच अचानक शालू के चीखने की आवाज आने लगी. वहीं उसकी आवाज आने पर परिजन बेटी के कमरे में पहुंचे तो वह आग की लपटों से घिरी थी और उन्होंने उसी समय कम्बल डालकर आग बुझाने की कोशिश की लेकिन कुछ न हुआ.

वहीं परिजनों को गंभीर हालत में झुलसी बेटी को हैलट अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में बात करते हुए इंस्पेक्टर समर बहादुर सिंह ने बताया कि ”युवती के मिट्टी का तेल डालकर आग लगाकर खुदकुशी की है. घटना के पीछे कारणों का पता नहीं चल सका है. शव को पोस्टमार्टम भेजते हुए कार्रवाई की जा रही है.” इस मामले में लगातार जांच जारी है.

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