

जगमोहन डालमिया के गत माह निधन के कारण खाली हुये पद पर मनोहर को एक बार फिर सर्वसम्मति से चुन लिया गया। बोर्ड की यहां हुई विशेष आम बैठक में मनोहर के नाम पर मुहर लगाई गई। मनोहर एक मशहूर वकील हैं जो शरद पवार के बाद वर्ष 2008 से 2011 तक बीसीसीआई के 29वें अध्यक्ष रहे थे।
इस पद पर उनका यह दूसरा कार्यकाल है। बीसीसीआई ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर इसकी जानकारी देते हुये लिखा” श्री शशांक मनोहर को बीसीसीआई का अध्यक्ष चुन लिया गया है।”
मनोहर का पिछला कार्यकाल तीन वर्ष तक रहा था जिसके बाद वर्ष 2011 में एन श्रीनिवासन को बोर्ड का प्रमुख चुना गया। लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मौजूदा चेयरमैन श्रीनिवासन को वर्ष 2013 में आईपीएल भ्रष्टाचार मामले में दामाद गुरूनाथ मेयप्पन के शामिल पाए जाने के बाद जबरन इस पद से हटना पड़ा था और यही कारण है कि स्वर्गीय डालमिया के बाद बीसीसीआई की कुर्सी हासिल करने की पुरजोर कोशिश के बावजूद उन्हें इस रेस से हटना पड़ा।
इसके अलावा आईपीएल अध्यक्ष और बीसीसीआई में प्रभाव रखने वाले राजीव शुक्ला ने भी बोर्ड प्रमुख की दौड़ में खुद को शामिल नहीं बताया था जिसके बाद साफ सुथरी छवि वाले मनोहर का इस पद पर चुने जाना तय था।
बर्ड प्रमुख पद पर नामांकन भरने की अंतिम तारीख रविवार तीन बजे की थी और दावेदारों के रूप में अकेले मनोहर का ही नामांकन हुआ था इसलिये उनके अध्यक्ष बनने की घोषणा औपचारिकता मात्र थी। मनोहर को इस पद के लिये छह क्रिकेट संघों पूर्वी क्षेत्र, बंगाल क्रिकेट संघ(कैब), ओडिशा, झारखंड, असम तथा त्रिपुरा क्रिकेट संघ का समर्थन हासिल था।
इसके अलावा बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर और उनके खेमे का समर्थन भी मनोहर को हासिल था जिससे एक बार फिर इस पद पर उनके चुने जाने का रास्ता साफ हो गया।