अगर आप भी सोशल मीडिया का करते है ज्यादा इस्तेमाल तो हो जाईये सावधान, ज़रूर पढ़ें ये रिपोर्ट

आप फेसबुक पर दोस्तों के साथ परफेक्ट सेल्फी शेयर करके जुड़े रहते हैं। इसके अलावा भी सोशल मीडिया के कई ऐसे फायदे हैं, जिनसे इंकार नहीं किया जा सकता है। खासतौर पर फेसबुक से हम एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं,  इंस्टाग्राम पर फोटो के माध्यम से हमारे पास चर्चा में आने का मौका होता हैं। वहीं, ट्विटर हमारे विचारों को आवाज देने वाला मंच है।   सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के इतना मशहूर होने के बाद भी इसके कुछ नुकसान भी है। सीधे तौर पर कहा जाए, तो हमारी जिंदगी में सोशल मीडिया का बढ़ता दखल हमारी मेंटल हेल्थ के लिए ठीक नहीं है। 

आप आत्म नियंत्रण खोते जा रहे हैं 

क्या आपने यह महसूस किया है कि सोशल मीडिया पर किसी चीज को देखकर आपकी उसे खरीदने की दिलचस्पी काफी बढ़ जाती है। ऐसा तब ज्यादा होता है, जब खासतौर पर आप उस चीज के साथ सोशल मीडिया पर किसी को देखते हैं। 2013 की स्टडी के अनुसार सोशल मीडिया पर ज्यादा इंटेरेक्शन करने से हम संयम खोते जाते हैं। वहीं, स्टडी में यह भी  पाया गया है कि फेसबुक का इस्तेमाल करते दौरान हम स्नैक्स का सेवन काफी करने लगते हैं। 

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आपको इंटरनेट की लत लग जाती है
लगातार इंटरनेट का इस्तेमाल करने से आप मेडिकल डिसऑर्डर का शिकार हो सकते हैं। खासतौर पर जब आप अपनी पर्सनल लाइफ को सोशल मीडिया पर दिखाते हैं, तो आप इंटरनेट के आदी बनते जाते हैं। ऐसे स्थिति को Internet Addiction Disorder (IAD) कहा जाता है। 

आप खाने से परहेज करने लगते हैं 

सोशल मीडिया पर स्लिम लड़कियों की फोटो आपको खाना छोड़ने को उकसा सकती है। 2017 में यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर (इग्लैंड) की स्टडी में यह बात सामने आई थी कि सोशल मीडिया पर स्लिम लड़कियों की सेल्फी देखकर खाना न खाने की आदत को बढ़ावा मिलता है। 

आपकी नींद प्रभावित होती है 

घंटों सोशल मीडिया पर सर्फिग करते रहने से आपकी सेहत प्रभावित हो सकती है। एक्टा पीड्रियाट्रिका जर्नल में छपी स्टडी के मुताबिक सोशल मीडिया के ज्यादा इस्तेमाल से 11-20  साल की उम्र के लोगों में सबसे ज्यादा नींद प्रभावित होती है। 

आप तनाव का शिकार हो जाते हैं 
2016 में डिप्रेशन एंड एंग्जायटी जर्नल में प्रकाशित हुई एक स्टडी ने पाया था कि अपने सोशल मीडिया को बार-बार चेक करने वाले व्यस्कों में डिप्रेशन का खतरा बहुत ज्यादा होता है, जबकि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले लोगों में इसका खतरा कम पाया गया । 

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