रमज़ान : गलती से कुछ खा लेने से नहीं टूटता रोज़ा

इन दिनों रमज़ान का पाक महीना चल रहा है और इस महीने को सभी मुसलमानों के लिए बहुत ख़ास माना जाता है. रमज़ान का महीना सभी मुसलमानों के लिए अल्लाह का महीना कहाँ जाता है क्योंकि इस महीने में उन्हें केवल अल्लाह की इबादत करनी होती है और उसके अलावा वह कुछ नहीं कर सकते. रमज़ान के तीस दिनों तक सभी मुसलमान रोज़े रखते हैं और रोज़े रखने से उनकी हर दुआ कबूल होती है. ऐसे में कई ऐसे हालत भी आते हैं जिन्हे रोज़े नहीं टूटने चाहिए, तो आई हम आपको बताते हैं कि किन हालतों में रोज़े नहीं टूटने चाहिए, और किन हालातों में वह मान्य नहीं है.रमज़ान : गलती से कुछ खा लेने से नहीं टूटता रोज़ा

 

1. गलती से कुछ खा लेना – कहाँ जाता है अगर गलती से आप कुछ खा लेते है तो आपका रोज़ा टूट जाता है लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. गलती से कुछ खा लेने से रोज़ा नहीं टूटता.

2. नहाते वक्त पानी का मुँह में जाना – नहाते समय कई बार पानी मुँह में चला जाता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपका रोज़ा टूट गया, नहाते वक्त पानी के मुँह में जाने से रोज़ा नहीं टूटता.

 

3. थूक निगलने से – रोज़े के वक्त थूक को निगलने से रोज़ा नहीं टूटता. जी हाँ, अगर आप अपनी थूक निगल ले तो आपका रोज़ा नहीं टूटेगा.

4. कहा जाता है कि रोज़े के वक्त नाखुन काटने या बाल दाढ़ी बनाने से भी रोज़ा नहीं टूटता.

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