ये हैं अनार की लकड़ी के धार्मिक महत्व…

हर फल का अपना अलग महत्व है, इनमें से अगर अनार की बात करें, तो इसे जहां स्वास्थ्य की दृष्टि उचित माना जाता है, वहीं धार्मिक दृष्टि से भी इसका महत्व देखने को मिलता है। अनार के माध्यम से आप अपनी किस्मत के बंद ताले को खोल सकते हैं। इस बात से शायद आप भी अंजान हैं कि अनार के माध्यम से आप देवी-देवताओं को भी प्रसन्न कर सकते हैं। लेकिन यहां पर आज हम आपसे अनार फल के बारे में नहीं बल्कि अनार की लकड़ी के धार्मिक महत्व के बारे में चर्चा करने वाले हैं। तो चलिए जानते हैं अनार कि लकड़ी कैसे आपकी किस्मत को बदल सकती है?ये हैं अनार की लकड़ी के धार्मिक महत्व...शास्त्रों में माना जाता है कि अनार के पौधे में विष्णु-लक्ष्मी का वास होता है। इसे घर में लगाने से पैसों की तंगी नहीं आती है। अनार की लकड़ी का प्रयोग यंत्र बनाने में भी किया जाता है।

अनार की लकड़ी का महत्व– अगर आपके काम में बार-बार कोई बाधाएं आ जाती है, तो अनार की लकड़ी का प्रयोग करें। महीने में एक बार राहु के स्वाति नक्षत्र में अनार की लकड़ी तोड़कर घर लाएं। लकड़ी तोड़ने से पहले पेड़ से माफी जरूर मांगनी चाहिए। घर लाकर उस लकड़ी पर चावल, फल, मिठाई चढ़ाएं। धूप-दीपक जलाकर पूजा करें, चांदी का ताबीज में अनार की लकड़ी डालकर शनिवार को काले धागे में गले में पहनें। ऐसा करने से आपको शत्रु शांत हो जाएंगे।

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