बाराबंकी: मार्फीन के विदेशी तस्कर चढ़े पुलिस के हत्थे, 300 ग्राम मार्फीन बरामद

बाराबंकी। थाना जैदपुर का टिकरा गांव पूर्व से अवैध मारफीन तस्करी के लिए कुख्यात रहा है। इसी के दृष्टिगत सूचना मिल रही थी, कि कुछ विदेशी नागरिक भी ग्राम टिकरा में आकर अवैध मारफीन की तस्करी करते हैं। इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविन्द चतुर्वेदी ने 2 टीमों का गठन कर सतर्कता बढाई। जिसके दृष्टिगत अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी के पर्यवेक्षण एवं क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में प्रथम टीम प्रभारी निरीक्षक सन्दीप राय तथा व.उ.नि. दर्शन यादव द्वारा भौतिक रूप से अभिसूचना की जा रही थी।

द्वितीय टीम प्रभारी विवेक कुमार सिंह व प्रभारी सर्विलांस मुन्ना कुमार द्वारा जनपद के थाना क्षेत्रों में डिजिटल डेटा के माध्यम से अभिसूचना एकत्र की जा रही थी। शनिवार सवेरे लगभग 4.00 बजे वैशपुर तिराहा थाना जैदपुर क्षेत्रान्तर्गत के पास 2 मोटर साइकिलों पर 4 व्यक्ति आते दिखाई दिये, जिस पर पुलिस टीम को देखकर वापस भागने लगे।

मौके पर पुलिस ने मोटर साइकिल के पीछे बैठे शातिर मारफीन तस्कर माधव आचार्य,  मेराज अहमद खां को गिरफ्तार कर लिया। कब्जे से 150-150 ग्राम कुल 300 ग्राम मारफीन माधव आचार्य का नेपाल सरकार ग्रहमंत्रालय द्वारा जारी नागरिकता प्रमाण पत्र, माधव आचार्य कार्पोरेशन बैंक द्वारा जारी रुपये डेबिट कार्ड, जामा तलाशी के 1820 रूपये बरामद कर अभियुक्त के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।

इस बरामदगी में स्वाट टीम प्रभारी और सर्विलांस टीम प्रभारी का उत्कृष्ट योगदान रहा। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया गया कि टिकरा गांव से मारफीन में सस्ते दाम में खरीद कर नेपाल में महगें दामों पर सप्लाई करते थे। इससे इन्हें अच्छी आमदनी होती थी। टिकरा से मारफीन लेकर बलरामपुर-सिदार्थनगर के रास्ते बढ़नी बार्डर होते हुए नेपाल पंहुचते थे, यहां वह अण्डरवीयर की रबड़ में मारफीन को भरकर रबड़ से बांध कर टाइट कर लेते हैं। इसी तरह से थोड़ी-थोड़ी मारफीन बार्डर के उस पार पंहुचाते रहते हैं।

गौरतलब है कि जिला मारफीन तस्करी के लिए बदनाम होने के कारण यहां की मारफीन की अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में अत्याधिक मांग है, जिसके कारण यह उंची कीमत पर बिकती है। प्रतिबन्धित होने के कारण मारफीन का कोई स्थाई मूल्य नहीं है, तस्करों को जो भी अधिकतम मूल्य मिलता है उसी पर बेच देते हैं।

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