इस तकनीक से अब देख पायेगे नेत्रहीन लोग

हाल में एक ऐसी तकनिकी सामने आयी है, जो दृष्टिहीन लोगो के लिए वरदान साबित हो सकती है. जिसके द्वारा अब दृष्टिहीन लोग भी आसानी से देख सकेंगे. अभी तक यह सिर्फ सपना लगता था किन्तु अब यह संभव हो सकेगा आर्गुस-2 सिस्टम तकनिकी से. ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा ने बायोनिक आंख के प्रयोग की मंजूरी दे दी है

जिससे निकट भविष्य में दृष्टिहीन के देखने का सपना सच होगा.  इस बायोनिक आंख को आर्गुस-2 सिस्टम का नाम दिया गया है. इसमें बायोनिक आंख के द्वारा दृष्टिहीन लोगो को एक नया जीवन मिलेगा.

इस नए आर्गुस-2 सिस्टम में बायोनिक आंख में कैमरा और चिप लगायी जाएगी. यह चिप दृष्टिहीन व्यक्ति के रेटिना के पिछले हिस्से में लगायी जाएगी, जिसके बाद खास कैमरे से लैस चश्मा लगाने पर दृष्टिहीन व्यकित आसानी से देख सकेंगे. इसमें यह चश्मा दृश्यों को रिकार्ड  करने के साथ रेटिना के पिछले हिस्से में लगी कम्प्यूटर चिप तक इलेक्ट्रिक सिग्नल के रूप में भेजेगा. इस चिप में लगे 2 इलेक्ट्रोड रेटिना में मौजूद कोशिकाओं को सक्रिय कर दृश्यों का चित्र उकेरने और उसे मस्तिष्क के पास भेजने में मदद करेंगे. जिसके बाद दृष्टिहीन व्यक्ति देख सकेंगे. 

रॉयल मैनचेस्टर हॉस्पिटल ने इस बारे में कहा है कि दृष्टिहीन व्यक्तियों के साथ बायोनिक आंख रेटिनाइटिस पिग्मेंटोसा से पीड़ित मरीजों के लिए भी एक वरदान की तरह काम करेगा

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