इटली में लाशों से पटे शहर, अंतिम संस्कार की इजाजत नहीं, अखबारों में सिर्फ शोक-संदेश

रोम: कोरोना वायरस की मार से सबसे ज्‍यादा जूझ रहे इटली में लगातार तीसरे दिन इस महामारी के संक्रमण के आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई है। इटली में सोमवार को 3,780, मंगलवार को 3,612 और रविवार को 3,957 मामले सामने आए हैं। हालांकि मंगलवार को इटली में 743 लोगों की कोरोना के संक्रमण से मौत हो गई। इससे पहले शनिवार को इटली में 793 लोगों की मौत हो गई थी। इटली में नए संक्रमण के मामलों में गिरावट आने से मेडिकल ऑफिसर खुश होने लगे थे। कहा जाने लगा था कि इटली द्वारा हाल के दिनों में संक्रमण रोकने के प्रयास अब रंग लाने लगे हैं। हालांकि, एक दिन बाद ही यह खुशी फीकी पड़ गई है। मंगलवार को इटली में 743 लोगों की मौत हो गई।
इस बीच इटली में मरीजों की बढ़ती संख्‍या को देखते हुए कोरोना मरीजों का जर्मनी में भी इलाज किया जा रहा है। इटली में 5,249 नए मामले आए हैं और कोविड-19 की चपेट में आने वालों की संख्या कुल 69,176 पहुंच गई है। वहीं, इससे मरने वालों की संख्या 6,820 पहुंच गई है। इसके साथ ही यहां की मृत्यु दर भी चिंताजनक 9.8% पर है। यहां सिर्फ 8,326 लोग ही अब तक ठीक हो सके हैं। दो दिन के लिए आंकड़े गिरने के बाद भी इटली के नेशनल हेल्थ इंस्टिट्यूट के चीफ सिलवियो ब्रुसाफेरो ने कहा था यह सकारात्मक नंबर है, लेकिन मेरे अंदर इतना साहस नहीं है कि यह कह सकूं कि गिरावट शुरू हो गई है।
कोरोना के खौफ की वजह से इटली में अंतिम संस्‍कार पर रोक लगी है, जिससे कई परिवार अपने करीबियों को अंतिम विदाई भी नहीं दे पा रहे हैं। मरने वालों की संख्‍या इतनी ज्‍यादा है कि लाशों को दूसरे शहरों में दफनाया जा रहा है। इटली की आबादी ज्यादातर बुजुर्ग होने के कारण इन लोगों को बचा पाना एक बड़ी चुनौती बन चुका है। आलम यह है कि शहर की दीवारों से लेकर अखबार के पन्ने तक हर दिन हो रहीं मौतों के शोक-संदेशों से पटे पड़े हैं।

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