आंतकियों के बीच में रहने वाले इन बच्चों ने किया ऐसा कारनामा, पूरी दुनिया हो गयी हैरान

जब भी कहीं पर नक्सली प्रभावित क्षेत्र का नाम आता है, तो दिमाग में सिर्फ सरकार के खिलाफ देशद्रोह, सुरक्षा बलों के खिलाफ बंदूक उठाना का ही विचार ही आता है ! लेकिन छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर में बच्चो ने ऐसा कारनामा करके दिखाया कि आज पूरा विश्व उसका गुणगान गाने पर मजबूर है ! बस्तर में एक सरकारी स्कूल में छात्रो ने कबाड़ में से कुछ चीजे ढूंढ कर ऐसे अविष्कार किये है ! जिसके बाद उसका नाम लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में दर्ज होने वाला है ! कबाड़ का नाम सुनते ही मन में गन्दगी का विचार आता है, पर इसी कबाड़ में से लगभग 100 से अधिक संकुल केन्द्रों के करीब 35 हजार छात्रो ने मिलकर लगभग 20 हजार नये अविष्कार किये है !
बस्तर के इन छात्रो ने इस कबाड़ में से जुगाड़ करके ऐसे अविष्कार बनाये है, जो अकल्पनीय लगते है, किसी ने कबाड़ में से सौर मंडल बनाया तो किसी ने इंसान के शरीर में उत्सर्जन तंत्र या किडनी का सांकेतिक अविष्कार करके दिखाया ! किसी ने इंजेक्शन से हाइड्रोलिक मशीन, किसी ने कोल्डड्रिंक की बोतल से हवा का दबाव, किसी ने वाटर फ़िल्टर से पवन चक्की तो किसी ने कूलर का सांकेतिक अविष्कार करके दिखाया ! सभी बच्चो ने कबाड़ में से कुछ न कुछ सांकेतिक चिन्ह का अविष्कार किया !

जगदलपुर जिले के पंडरीपानी मिडिल स्कूल में विज्ञान के मेले का शुभारम्भ किया गया ! इस मेले में राज्य के पीडब्लूडी मंत्री राजेश मूणत ने बच्चो और उनके माता पिता द्वारा कबाड़ से बनाये गए अविष्कार की जमकर प्रशंसा की ! ये ऐसे बच्चे है जिनको मूलभूत सुविधाएँ भी उपलब्ध नहीं है, फिर भी उनकी रुचि विज्ञान में है ! इसे पता चलता है कि नक्सली बस्तर जिले को आज एक नई पहचान मिल रही है !
बस्तर के जिला कलेक्टर अमित कटारिया के अनुसार इस प्रकार के समारोह का उद्देश्य बच्चो के मन में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना है ! राजीव गाँधी शिक्षा मिशन के आयोजनकर्ता राजेश मिश्रा के अनुसार 30 हजार बच्चो ने लगभग 20 हजार नए विज्ञान के अविष्कार करके लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है ! लिम्का बुक की टीम ने मेले में अविष्कार किये गए डाटा को एकत्र कर लिया है !

लिम्का के अनुसार जिस प्रकार से बस्तर जिले के बच्चो ने मिलकर इस प्रकार के अविष्कार किया है, उनका नाम जरुर दर्ज किया जायेगा !पिछले साल बस्तर जिले में बच्चो के प्रति विज्ञान में रुचि बढाने के लिए “विज्ञान से मोहब्बत” नाम से एक मेले का आयोजन किया गया था ! उसके बाद बच्चो द्वारा ये अविष्कार करना बस्तर की एक नई पहचान को दर्शाता है !

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