हॉबी ही नहीं बेहतरीन करियर हो सकता है कोरियोग्राफी

choreography1_02_10_2015कहा जाता है कि हर सफल शख्स के पीछे उसे सफल बनाने वाला कोई होता है। वह मेंटर हो सकता है, टीचर या फिर गाइड भी हो सकता है। इसी तर्ज पर हम कह सकते हैं कि हर सफल डांसर के पीछे एक कोरियोग्राफर होता है। विचार, लय व संगीत के बीच सामंजस्य से एक बेहतरीन और मौलिक डांस सीक्वेंस तैयार होता है। यह सामंजस्य लाना ही कोरियोग्राफर का काम होता है।

हॉबी ही नहीं, करियर भी

कोरियोग्राफर का सफर डांसर के रूप में शुरू होता है। विभिन्न शैलियों के नृत्य सीखना, जैसे क्लासिकल, मॉडर्न, फोक आदि, कोरियोग्राफर बनने की प्रक्रिया का ही हिस्सा है। डांसर के लिए न सही, कोरियोग्राफर के लिए विभिन्न शैलियों की डांस तकनीकों का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। एक समय कोरियोग्राफी को हॉबी के तौर पर ही देखा जाता था लेकिन अब यह एक अच्छा करियर ऑप्शन भी बन गया है। ख्यात कोरियोग्राफर एशली लोबो के अनुसार, ‘आज अनेक युवा डांस को प्रोफेशनल तौर पर अपनाने के लिए तैयार हैं लेकिन दुर्भाग्य से, उनमें से बहुत कम को अपने अभिभावकों का समर्थन मिला हुआ है। उन्हें राह दिखाने वाले मेंटर तो और भी कम हैं। इसके चलते, सही मायनों में प्रशिक्षित डांस प्रोफेशनल्स की कमी लगातार बनी हुई है, जबकि इनकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है।’

कौन बन सकता है कोरियोग्राफर?

इस करियर में उमंग के साथ-साथ फोकस, समर्पण और अनुशासन की जरूरत होती है। आपको क्रिएटिव होना चाहिए और लगातार अपनी प्रतिभा में निखार लाते रहने को तत्पर रहना चाहिए। सबके साथ मिलकर काम करने की क्षमता भी जरूरी है। स्वस्थ, ऊर्जावान और लचीले शरीर का मालिक होना कोरियोग्राफर से अपेक्षित होता है। संगीत और नृत्य की मूलभूत समझ तो खैर होनी ही चाहिए। यहां कई-कई घंटे प्रेक्टिस और रिहर्सल के लिए देने पड़ते हैं। इस मायने में यह थका देने वाला प्रोफेशन है। मगर दूसरा पहलू यह है कि इसमें देश-विदेश में घूमने के भी अवसर काफी होते हैं।

क्या शिक्षा जरूरी है?

देखा जाए, तो कोरियोग्राफर बनने के लिए कोई शैक्षणिक डिग्री जरूरी नहीं है। मगर आप औपचारिक शिक्षा हासिल कर लें, तो बेहतर रहता है। यहां यह याद रखा जाना चाहिए कि कोरियोग्राफी का मतलब केवल फिल्मों के लिए कोरियोग्राफी करना नहीं होता। इसमें विशेषज्ञता के कई क्षेत्र हैं, जैसे म्यूजिक वीडियोज की कोरियोग्राफी, थिएटर कोरियोग्राफी, टीवी कोरियोग्राफी, एड कोरियोग्राफी, विकलांगों के लिए कोरियोग्राफी आदि। अपनी पसंद के अनुसार आप अपना कार्यक्षेत्र चुन सकते हैं।

कितनी कमाई?

एक डांसर के तौर पर शुरूआती सैलरी बहुत ज्यादा नहीं होती। कोरियोग्राफर के रूप में भी शुरूआत में कोई छप्पर-फाड़ आय नहीं होती। मगर एक बार आपके नाम और काम को प्रसिद्धि मिल जाए, तो फिर आय की कोई सीमा भी नहीं होती। जानकारों की सलाह है कि करियर के शुरूआती दौर में आप यह न देखें कि आप कितना कमा रहे हैं, बल्कि यह देखें कि आप कितना सीख रहे हैं।

डांस में करियर की एक समय-सीमा हो सकती है लेकिन एक कोरियोग्राफर कभी रिटायर नहीं होता। तो हो जाए लय और ताल के सफर की शुरूआत।

 
 
 

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