हाईवे पर हैवानियत और हत्या: पहले कार से फेंका, फिर बैक गियर लगा किशोरी को कुचला

हाईवे पर हैवानियत और हत्या के मामले में एक और नया खुलासा हुआ है। मेरठ के जानी क्षेत्र में किशोरी को कार से फेंकने के बाद दरिंदों ने उसे कुचला भी था। पुलिस ने मामले में अब अपहरण की भी धारा बढ़ा दी है।
उत्तर प्रदेश में हाईवे पर एक किशोरी की हत्या और दूसरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले में हत्या के साथ अब अपहरण की धारा भी बढ़ा दी गई है। पहले सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने पॉक्सो एक्ट और दुष्कर्म में मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस की अभी तक की जांच में यह साफ हो गया है कि आरोपियों ने किशोरी को कार से फेंकने के बाद बैक गियर लगाकर उसे कुचला भी था।
छह मई की शाम सात बजे के करीब ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के सूरजपुर थाना क्षेत्र से दो किशोरियों को आरोपी अमित और संदीप ने ने अपनी कार में बैठाया था। इसके बाद गाजियाबाद के लालकुआं से तीसरे युवक गौरव को साथ ले लिया था।
तीन घंटे तक चलती कार में किशोरी से किया सामूहिक दुष्कर्म
होटल जाने से इन्कार करने पर एक किशोरी को मेरठ के जानी थाना क्षेत्र में चलती कार से फेंक दिया था। इसके बाद आरोपियों ने दूसरी किशोरी के साथ करीब तीन घंटे तक चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था।
10 मई को तीनों आरोपी हुए गिरफ्तार
सात मई की सुबह आरोपियों की चंगुल से छूटकर दुष्कर्म पीड़िता किशोरी खुर्जा नगर कोतवाली थाने पहुंचकर आपबीती सुनाई थी। 10 मई को मुठभेड़ में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
शोर मचाने पर एक किशोरी को चलती कार से फेंका
मामले की विवेचना कर रहे खुर्जा कोतवाल राजपाल तोमर ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अवलोकन किया गया है। किशोरी की दुर्घटनात्मक चोट पहुंचाकर हत्या करना सामने आ रहा है। आरोपियों ने पूछताछ में भी स्वीकार किया था कि शोर मचाने पर एक किशोरी को चलती कार से फेंक दिया था।
बैक गियर लगाकर किशोरी पर चढ़ा दी थी कार
विवेचक का कहना है कि मामला खुलने के डर से आरोपियों ने बैक गियर लगाकर किशोरी पर कार चढ़ा दी थी। खुर्जा पुलिस टीम पूरे घटनास्थल क्षेत्र को जांच कर रही है। सीसीटीवी और राहगीरों से भी पूछताछ की जा रही है। सभी बिंदुओं को विवेचना में शामिल किया जा रहा है।
खुर्जा पुलिस का कहना है कि किशोरियों को सूरजपुर से लाया गया और मेरठ में एक की हत्या की गई। खुर्जा में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई किशोरी ने शिकायत दी थी। जब आठ मई को दूसरी किशोरी के परिजन कोतवाली आए थे, तभी से पुलिस अपनी कार्रवाई में जुट गई थी।
मेरठ में शव की शिनाख्त होने पर हत्या की धारा को विवेचना में बढ़ाई गई थी। अब किशोरियों के अपहरण की धारा बीएनएस 137 को भी शामिल कर लिया गया है। विवेचक का कहना है कि मामले में सभी साक्ष्य और गवाह जुटा लिए गए हैं। जल्द से जल्द न्यायालय में विवेचना पेश की जाएगी।
एक परिचित के घर भी गए थे आरोपी
सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपी पीड़िता को बुलंदशहर के खुर्जा में अपने एक परिचित के यहां भी लेकर पहुंचे थे। वहां उसे छिपाना चाहते थे। परिचित ने इनकार कर दिया। इसके बाद आरोपी पीड़िता को दबाव में लेने और डराने के उद्देश्य से एक होटल में ले जाकर अश्लील फोटो और वीडियो बनाना चाहते थे।
पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि पीड़ित किशोरी ने बताया था कि सुबह करीब साढ़े छह बजे आरोपी उसे एक मकान में लेकर पहुंचे थे। मकान खुर्जा के मंदिर मार्ग के निकट ही है। मकान मालिक एक आरोपी का परिचित था। आरोपियों ने उसे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए दो-चार दिन वहीं छिपाने के बात कही लेकिन परिचित ने रखने से इन्कार कर दिया।
इसके बाद आरोपियों ने पीड़िता को होटल में ले जाकर अश्लील फोटो और वीडियो बनाने की योजना बनाई। यह बात पीड़िता ने सुन ली थी। आरोपी जैसे ही वहां से कार से चले पीड़िता ने उनसे पानी पीने और टायलेट जाने की बात कही। आरोपियों ने जैसे ही कार रोकी वह कार से उतरकर सड़क के दूसरी तरफ मौजूद कुछ लोगों के पास चली गई। यह देख आरोपी वहां से भाग गए।
टोल प्लाजा पर तेज कर देते थे म्यूजिक
आरोपियों की कार के शीशों पर काली फिल्म चढ़ी हुई थी। इस वजह से बाहर से अंदर का कुछ भी दिख नहीं रहा था। वारदात के दौरान आरोपियों की कार जब भी टोल प्लाजा से गुजरी, तब वह म्यूजिक को फुल आवाज में कर देते थे। जिससे पीड़िता की आवाज बाहर न जा सके।
एक मई को पहली बार हुई थी आरोपी अमित से मुलाकात
दुष्कर्म पीड़िता की मृतक सहेली से आरोपी अमित की जान पहचान थी। उसी के माध्यम से एक मई को दुष्कर्म पीड़िता की भी मुलाकात ग्रेटर नोएडा में एक कार्यक्रम हुई थी। उस दिन अमित ने अपनी कार से दोनों को सूरजपुर छोड़ा था। छह मई को दुष्कर्म पीड़िता की अमित से दूसरी मुलाकात थी।
आरोपियों की कराई गई डीएनए जांच : सीओ
सीओ खुर्जा विकास प्रताप सिंह ने बताया कि दुष्कर्म के मामले में पुलिस प्रक्रिया के तहत आरोपियों की डीएनए जांच अनिवार्य है। शनिवार को आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। अगले दिन रविवार और सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के चलते अस्पताल में अवकाश था। मंगलवार को आरोपियों की डीएनए जांच कराई गई है।