हाईकोर्ट ने श्रीसंत को दी बड़ी राहत, लाइफ बैन हटाया
तिरुवनंतपुरम: केरल हाईकोर्ट ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी एस. श्रीसंत पर लगे आजीवन प्रतिबंध को हटा दिया है. श्रीसंत पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था. उल्लेखनीय है कि श्रीसंत पर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2013 संस्करण में स्पॉट फिक्सिंग मामले का दोषी पाए जाने के कारण आजीवन प्रतिबंध लगा था. गौरतलब है कि इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आजीवन प्रतिबंध की समीक्षा की दागी तेज गेंदबाज एस श्रीसंत की अपील को अप्रैल में खारिज कर दिया है. बीसीसीआई का दोटूक कहना था कि वह भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति से कोई समझौता नहीं करेगा.
श्रीसंत ने 2013 स्पाट फिक्सिंग प्रकरण में अपने ऊपर लगा प्रतिबंध हटाने के लिए प्रशासकों की समिति (सीओए) से अपील की थी जिसके बाद बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जोहरी ने इस बारे में यह पत्र भेजा था.
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था, ‘हमने उसे (श्रीसंत को) सूचित किया है कि उसका आजीवन प्रतिबंध बरकरार रहेगा और उसे प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के किसी प्रारूप में खेलने की स्वीकृति नहीं होगी. उसने केरल में स्थानीय अदालत में भी अपील की है और हमारे वकील जवाब देंगे.’ सूत्र ने कहा, ‘बीसीसीआई ने भ्रष्ट गतिविधियों के खिलाफ हमेशा शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई है. किसी भी अदालत ने श्रीसंत को फिक्सिंग के आरोपों से मुक्त नहीं किया है. यह अंडरवर्ल्ड के साथ उसके संबंधों के आरोप थे जिन्हें निचली अदालत ने खारिज किया है.’ यह स्पष्ट कर दिया गया है कि ब्रिटेन में क्लब क्रिकेट खेलने की इच्छा रखने वाले श्रीसंत को स्वीकृति नहीं मिलेगी और बीसीसीआई ने उनके मामले को बंद कर दिया है.
श्रीसंत ने टीम इंडिया की ओर से 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी20 मैच खेले हैं. टेस्ट क्रिकेट में 87, वनडे में 75 और टी20 में सात विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं. केरल के इस तेज गेंदबाज ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच, टेस्ट के रूप में अगस्त 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में खेला था. श्रीसंत 2007 में टी20 वर्ल्डकप और 2011 में वर्ल्डकप जीती भारतीय टीम के सदस्य रह चुके हैं
इससे पहले शांताकुमारन श्रीसंत की क्रिकेट में वापसी की सपना उस समय टूट गया था जब बीसीसीआई ने इसी साल जनवरी में उन्हें स्कॉटलैंड क्रिकेट लीग में खेलने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) देने से मना कर दिया था. एक सूत्र ने तब बताया था कि बीसीसीआई का अपना आंतरिक काम करने का तरीका है. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मैच फिक्सिंग का कथित तौर पर दोषी पाए जाने के बाद बीसीसीआई की अनुशासत्मक समिति ने श्रीसंत पर अजीवन प्रतिबंध लगाया था.’