हर किसी को पता होना चाहिए मंगलसूत्र से जुड़े ये अनोखे राज, क्योंकि…

शादी के बाद अक्सर लड़कियां को मंगलसूत्र पहने देखा ही है। शादी-शुदा महिलाएं यह मंगलसूत्र आज से ही नहीं पुराने समय से ही पहनते आ रही हैं। मंगलसूत्र में अक्सर देखा गया है कि उसमें कई तरह के मोती भी होते हैं। वह मोती काले-पीले होते हैं। इन मोतियों को पैंडेट के साथ में देखा गया है। आजकल तो पैंडेट को धागे में इन काले-पीले मोती को पिरोए हुए भी देखा गया है। बता दें कि मंगलसूत्र का मानव जीवन में बहुत ज्यादा महत्व होता है।  मंगलसूत्र को विवाह का प्रतीक चिन्ह और सुहाग की निशानी माना जाता है। इसी वजह से विवाह के बाद महिलाएं अपने गले में मंगलसूत्र पहनती हैं। आज हम आपको मंगलसूत्र से जुड़े कुछ रोचक तथ्य के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में शायद आप जानते नहीं होंगे।
1. मंगलसूत्र में काले रंग के मोतियों की लडियां, मोर एवं लॉकेट की उपस्थिति अनिवार्य मानी गई है। इसके पीछे मान्यता यह है कि लॉकेट अमंगल की आशंकाओं से स्त्री के सुहाग की रक्षा करता है, तो मोर पति के प्रति श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक है और काले रंग के मोती बुरी नजर से बचाते हैं।

2. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सोना गुरू के प्रभाव में होता है। गुरू ग्रह को वैवाहिक जीवन में खुशहाली, संपत्ति एवं ज्ञान का कारक माना जाता है। यह धर्म का कारक भी है। काला रंग शनि का प्रतीक माना जाता है। शनि स्थायित्व एवं निष्ठा का कारक ग्रह होता है। गुरू और शनि के बीच सम संबंध होने के कारण मंगलसूत्र वैवाहिक जीवन में सुख एवं स्थायित्व लाने वाला माना जाता है।बेहद आसान होगा केदारनाथ का दर्शन, लंबी लाइन नहीं अब सीधे कपाट तक पहुंचेंगे श्रद्धालु

3. हर स्त्री को मंगलसूत्र विवाह पर पति द्वारा पहनाया जाता है जिसे वह स्त्री पति की मृत्यु पर ही उतार कर पति को अर्पित करती है। उसके पूर्व किसी भी परिस्थिति में मंगलसूत्र को उतारना मना है। इसका खोना या टूटना अपशकुन माना गया है।

4. मंगलसूत्र पति के प्रति प्रेम और आदर का चिह्न होता है। मान्यता है कि इससे पति पर आने वाली विपत्तियां दूर होती है।

5. अधिकांश महिलाएं सोने के मंगलसूत्र पहनना पसंद करती हैं। सोना शरीर में बल और ओज बढाने वाली धातु है तथा समृद्धि का प्रतीक है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button