हनुमान जयंती पर रिलीज हुआ नया पोस्टर, पोस्टर देख भड़के लोग..
आदिपुरुष के मेकर्स एक बार फिर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार हो रहे हैं। गुरुवार को हनुमान जयंती के मौके पर फिल्म का नया पोस्टर रिलीज किया गया। इसके साथ ही आदिपुरुष से बजरंगबली का लुक जारी कर दिया गया।
प्रभास, कृति सेनन और सैफ अली खान की आगामी फिल्म आदिपुरुष लगातार विवादों में घिरती जा रही है। बीते साल टीजर रिलीज के बाद से फिल्म ट्रोलर्स के निशाने पर है।
हनुमान जयंती पर रिलीज हुआ नया पोस्टर
के मेकर्स ने हाल ही में रामनवमी के मौके पर फिल्म का नया पोस्टर रिलीज किया, जिसे लेकर फिल्म कानूनी पचड़े में फंस गई है। वहीं, अब 6 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर आदिपुरुष का नया पोस्टर रिलीज किया गया है।
बजरंगबली का लुक आया सामने
पोस्टर में फिल्म से हनुमान का लुक शेयर किया गया है, जिसे देखकर लोगों का गुस्सा एक बार फिर भड़क गया और अब यूजर्स सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।
कृति सेनन ने शेयर किया पोस्टर
आदिपुरुष से सामने आए नए पोस्टर में के किरदार में देवदत्त नागे नजर आ रहे हैं, जो ध्यान की मुद्रा में बैठे हुए हैं। उनके पीछे बैकग्राउंड में प्रभास भगवान राम के किरदार में दिख रहे हैं। पोस्टर को कृति सेनन ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा, “राम के भक्त और रामकथा के प्राण…जय पवनपुत्र हनुमान
पोस्टर देख भड़के लोग
सोशल मीडिया पर जैसे ही आदिपुरुष से हनुमान का लुक सामने आया लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। कृति के पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने कहा, “हनुमान जी नहीं लग रहे हैं, ये मौलवी लग रहे हैं।”
हनुमान कम मौलवी ज्यादा लगे
एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, “इस फिल्म का डायरेक्टर कौन है, जिसे ये नहीं पता कि हनुमान जी बिना मूंछ के दाढ़ी नहीं रखते थे।” एक और यूजर ने कहा, “ये तो मुगल लग रहे हैं।”
कानूनी पचड़े में फंसी आदिपुरुष
रामनवमी के मौके पर रिलीज किए गए आदिपुरुष को पोस्टर पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप लगे। यहां तक कि आदिपुरुष के मेकर्स पर पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी गई।
दर्ज हुई शिकायत
संजय दीनानाथ तिवारी नाम के शख्स ने साकीनाका पुलिस स्टेशन में प्रभास और कृति सेनन स्टारर आदिपुरुष के प्रोड्यूसर, कलाकार और डायरेक्टर के खिलाफ कराई है।
धार्मिक भावनाएं हुई आहत
शिकायत में कहा गया कि आदिपुरुष के नए पोस्टर में हिन्दू धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस के चरित्रों को अनुचित तरीके से दिखाया गया है और निर्देशक ओम राउत द्वारा हिन्दू धर्म समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया है।