स्पेन में प्रदूषण को लेकर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, कहा…

स्पेन के मैड्रिड शहर में शनिवार को दिलचस्प और प्रेदरणादायक नजारा देखने को मिला. सैकड़ों लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए. असल में, शहर में कारों पर बैन हटाने के खिलाफ लोग सड़क पर उतर आए थे. आंदोलित लोगों का कहना है कि मैड्रिड शहर प्रशासन ने प्रदूषण फैलाने वाली कारों पर प्रतिबंध हटाकर अमेरिका का अनुशरण करने की कोशिश की है जो उचित नहीं है. मैड्रिड में पर्यावरणीय नीतियों को पलटने को चिंता के तौर पर देखा जा रहा है.

पिछले नवंबर में स्पेन की तत्कालीन वामपंथी सरकार ने नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उच्च स्तर से निपटने के लिए अपने अधिकांश पेट्रोल और डीजल कारों पर प्रतिबंध लगा दिया था. इस नीति को “मैड्रिड सेंट्रल” के रूप में जाना जाता था और इसका उद्देश्य मैड्रिड को यूरोपीय संघ के स्वच्छ वायु नियमों के अनुरूप खड़ा करना था, जिसका 2010 से उल्लंघन हो रहा था. बता दें कि मैड्रिड सेंट्रल, मैड्रिड शहर के बीचों बीच का हिस्सा है. दिल्ली में जैसे क्नाट प्लेस है वैसे ही मैड्रिड में मैड्रिड सेंट्रल को जाना जाता है.

प्रदर्शन नारे लगा रहे थे. हां हमें स्वच्छ मैड्रिड सेंट्रल चाहिए. कुछ प्रदर्शनकारियों ने बैनर ले रखे थे जिस पर लिखा था कि, ‘मैं खुले में सांस लेना चाहता हूं.’ और ‘हम मैड्रिड को धुआं से मुक्त रखना चाहते हैं.’ 39 साल की अभिनेत्री लौरा मार्टिन महिला ने कहा कि हम छोटे और स्थानीय स्तर पर किए गए प्रयासों से धरती को बचाना चाहते हैं. इसके लिए सबसे पहले मैड्रिड सेंट्रल को बचाना है.

अभिनेत्री ने कहा कि वह मैड्रिड की नई सरकार की नीतियों को लेकर चिंतित हैं, जो अमेरिकी राष्ट्रपति के नक्शे कदम पर चल रही है. ट्रंप ने भी पर्यावरणीय नीतियों को पलट दिया था जिसमें कार्बन उत्सर्जन को कम करने वाले नियमों को कमजोर कर दिया गया था.

गौरतलब है कि कंजर्वेटिव पीपल्स पार्टी की सरकार ने मैड्रिड सेंट्रल में प्रवेश करने वाली कारों पर जुर्माना लगाने के नियमों को खत्म कर दिया है. जबकि पहले मैड्रिड सेंट्रल के पांच किलोमीटर के दायरे में कार ले जाना प्रतिबंधित था. लेकिन नए नियम के मुताबिक अब 1 जुलाई से मैड्रिड सेंट्रल में कार ले जाया जा सकता है जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं.

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यूरोप में कारों पर पाबंदी की मांग

बता दें इससे पहले जनता ने प्रशासन को पेरिस शहर की सड़कों पर आधे से अधिक पंजीकृत कारों पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर कर दिया था क्योंकि इससे गर्मी और प्रदूषण बढ़ रहा है. पेरिस, हैम्बर्ग, एम्स्टर्डम, लंदन और ओस्लो सहित कई यूरोपीय शहरों ने पुरानी और प्रदूषण फैलाने वाली कारी कारों को प्रतिबंधित करना शुरू कर दिया है. कई यूरोपीय देशों की सरकारें आने वाले दशक में सभी जीवाश्म ईंधन से चलने वालों कारों को चरणबद्ध तरीके से सड़कों से हटाना चाहती हैं.

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