स्टूडेंट यूनियन का जोरदार प्रदर्शन, SDM कार्यालय का घेराव कर घुसे सैकड़ों लोग

11 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने निर्मली अनुमंडल कार्यालय के सामने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में महिला और पुरुष प्रदर्शनकारियों ने करीब तीन घंटे तक एसडीएम कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की। इस दौरान सैकड़ों लोग कार्यालय परिसर के भीतर भी घुस गए, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि बाद में एसडीएम के आश्वासन के बाद हंगामा शांत हुआ।
ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर हंगामा
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि अनुमंडल क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है। उनकी प्रमुख मांगों में अनुमंडल अस्पताल की व्यवस्था सुदृढ़ करना, सरकारी स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न लागू करना, ऑटो चालकों से अवैध वसूली बंद करना, प्रत्येक पंचायत में खेल मैदान का निर्माण और निर्मली से मरौना मार्ग पर तीन स्थानों पर पुलिस चौकी की स्थापना शामिल है।
प्रदर्शन के दौरान कई लोग अनुमंडल कार्यालय के अंदर पहुंच गए और करीब एक घंटे तक नारेबाजी की। बाद में वे बाहर आकर मुख्य द्वार पर डटे रहे। इस दौरान निर्मली एसडीपीओ राजू रंजन भी कुछ देर के लिए भीड़ में फंस गए, हालांकि बाद में उन्हें रास्ता दिया गया।
“मिथिला से हो रहा भेदभाव”
धरना स्थल पर संगठन मंत्री रणधीर झा ने कहा कि मिथिला क्षेत्र की लगातार अनदेखी हो रही है। दरभंगा एम्स की घोषणा 2015 में हुई थी, लेकिन 10 साल बाद भी निर्माण शुरू नहीं हो सका। कॉलेजों और विश्वविद्यालयों का विकास भी उपेक्षित है। अब इस भेदभाव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आंदोलन को और तेज किया जाएगा। समाजसेवी शंभु बाबू उर्फ रौशन ने आरोप लगाया कि निर्मली अनुमंडल में ऑटो और बस चालकों से अवैध वसूली खुलेआम होती है। उन्होंने कहा कि भूमिहीनों को जमीन उपलब्ध कराने में भी प्रशासन गंभीर नहीं है। धरना प्रदर्शन के बाद छात्र संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम धीरज कुमार सिन्हा से मुलाकात कर 11 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। एसडीएम के आश्वासन के बाद प्रदर्शन शांतिपूर्वक समाप्त हुआ।